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तीज़ महोत्सव : जिंदगी जीने के ढूंढें नित नए रास्ते: डा प्रेरणा गुप्ता

एफओईसीएस की ओर से हरियाली तीज महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोलीं मिसेज़ इंडिया-2021 डॉ. प्रेरणा गुप्ता

तीज़ महोत्सव : जिंदगी जीने के ढूंढें नित नए रास्ते: डा प्रेरणा गुप्ता

एफओईसीएस की ओर से हरियाली तीज महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोलीं मिसेज़ इंडिया-2021 डॉ. प्रेरणा गुप्ता

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के एफओईसीएस में हरियाली तीज महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि टीएमयू की वरिष्ठ मनोचिकित्सक एवं मिसेज़ इंडिया-2021 डॉ. प्रेरणा गुप्ता और एफओईसीएस के निदेशक प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित करके किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने नृत्य, गायन, मेहंदी और रंगोली के उम्दा प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया।

महिला शिक्षकों ने भी पासिंग दि पास गेम और नृत्य के जरिए हरियाली तीज मनाई। संचालन बीएससी एनिमेशन सेकंड ईयर की स्टुडेंट्स मिस खुशी अग्रवाल और अपूर्व मित्तल ने किया। यह कार्यक्रम कोरोनाकाल के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया।

 

मिसेज़ इंडिया-2021 डॉ. प्रेरणा गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, हमें जिंदगी को एक ही दिशा में और एक ही तरह से नहीं जीते हुए बल्कि जिंदगी को विभिन्न तरीके से जीने की आवश्यकता है। जब हम जिंदगी को एक ही तरह से जीते हैं तो हमें हमारी जिंदगी बोरिंग लगने लगती है। जैसे ही हम जिंदगी को विभिन्न तरीके से जीने के रास्ते ढूंढ लेते हैं तो हमें हमारी जिंदगी बेहतर लगने लगती है। जब हम जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर पहुँचते हैं तो हम संतोष महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, सभी को जिंदगी जीने के नित नए रास्ते ढूंढते रहना चाहिए। एफओईसीएस के निदेशक प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने कहा हरियाली तीज का पर्व माँ पार्वती और भगवान शिव से जुड़ा हुआ है। माँ पार्वती और भगवान शिव को श्रद्धा और विश्वास के रूप में वर्णित किया गया है। विश्वास हमारे अंदर जन्म से ही होता है, जिससे हम दुनिया में आगे बढ़ते रहते हैं और श्रद्धावान को ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। श्रद्धा और विश्वास मानव को ईश्वर का वरदान है।

 

हरियाली तीजमहोत्सव के दौरान बीसीए फाइनल ईयर की आरुषि जैन ने बुमरो-बुमरो और गुनगुन गुना रे, बीसीए फाइनल ईयर की देवांशी अरोड़ा ने… हो गई वन टु टू और एमएससी कैमिस्ट्रि फ़ाइनल ईयर श्रुति दुबे ने दारू बदनाम सरीखे गीतों मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। गायन में बीसीए फाइनल ईयर की दीक्षा शर्मा ने पिया घर आवेंगे, एमएससी कैमिस्ट्रि फ़ाइनल ईयर की श्रुति दुबे ने एक कुड़ी, बीएससी ऑनर्स फिज़िक्स फ़ाइनल ईयर की आकांक्षा पांडे ने हसीं बन गए और मैं रहूँ या ना रहूँ, बीएससी एनिमेशन सेकंड ईयर की आकांक्षा चौहान ने मेश अप गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेहंदी एक्टिविटी में बीसीए फाइनल ईयर की तनु रस्तोगी, बीसीए फाइनल ईयर की दीपशिखा शर्मा और बीएससी एनिमेशन फाइनल ईयर की अर्चना सैनी ने सभी महिलाओं को मेहँदी लगायी। बीसीए फाइनल ईयर की दीपशिखा शर्मा और देवांशी अरोड़ा और बीएससी एनिमेशन फाइनल ईयर की अर्चना सैनी ने रंगोली बनाई। इस अवसर पर सांस्कृतिक समन्वयक सुश्री हिना हाशमी और श्री राहुल राठौर के अलावा श्रीमती शिखा गंभीर, डॉ. जरीन फारूक, श्रीमती स्वाति विश्नोई, डॉ. कीर्ति शुक्ला, सुश्री निशा सहल, श्रीमती रंजना शर्मा, श्रीमती नीरज कुमारी, डॉ. सोनिया जयंत, डॉ. अशेन्द्र कुमार सक्सेना, डॉ. शंभू भारद्वाज श्री प्रशांत कुमार उपस्थित थे।
– श्याम सुंदर भाटिया ।

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