क्षेत्रीय बोली में फिल्म निर्माण पर ₹02 करोड़ रूपये तक सहायता राशि – मुख्यमंत्री धामी !
उत्तराखण्ड लोक विरासत कार्यक्रम-2022 में मुख्यमंत्री ने लोक संस्कृति को सराहा और इगास उत्सव की अपार सफलता पर संतोष जाहिर किया।
क्षेत्रीय बोली में फिल्म निर्माण पर ₹02 करोड़ रूपये तक सहायता राशि – मुख्यमंत्री धामी !
उत्तराखण्ड लोक विरासत कार्यक्रम-2022 में मुख्यमंत्री ने लोक संस्कृति को सराहा और इगास उत्सव की अपार सफलता पर संतोष जाहिर किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज रेजंर्स कालेज ग्रांउड मे उत्तराखण्ड लोक विरासत कार्यक्रम-2022 में लोकसंस्कृति के संरक्षण को आवश्यक बताया।
यदि हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोना बंद करेंगे तो हमारी जड़ें समाज में कमजोर होंगी।
युवाओं को अपने समाज, परंपरा और संस्कृति से जोड़कर ही समग्र विकास संभव है।
दो दिन पूर्व पूरे उत्तराखंड में जोश खरोश से मनायी गई इगास – बुढ़ी दीवाली को धामी सरकार ने नया आयाम दिया है।
दो दिवसीय लोक विरासत उत्सव में स्थानीय कलाकारों के उत्पादों को भी मुख्यमंत्री ने सराहना की।
इस सांस्कृतिक आयोजन में नरेंद्र सिंह नेगी, प्रीतम भरतवाण, मीना राणा, रेशमा शाह जैसे दिग्गज लोक गायकों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मुग्ध किया।
युवा कलाकारों में सन्नी दयाल, ओम बधाणी, गौरव मैठाणी, अनिता रांगड़, पूनम सती, मंजू सुंदरियाल और संगीता ढौंडियाल की प्रभावी प्रस्तुतियां रही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे उत्तराखण्ड के हर जिले में संस्कृति एवं रीति-रिवाज भिन्न हैं। लोक विरासत कार्यक्रम की सांस्कृतिक झलकियां मन मोहक लघु उत्तराखण्ड का रूप है।
हम सभी को अपनी संस्कृति एवं पूर्वजों संस्कारों से जरूर जुड़ना है।
अपनी संस्कृति से जुड़ाव हम सब को ऊर्जा एवं प्रोत्साहन देता है, यही हमारे पूर्वजों का आशीर्वाद भी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड की संस्कृति के विकास के लिए अनेक योजनायें चलाई जा रही है।
उत्तराखण्ड की नई फिल्म नीति के तहत क्षेत्रीय बोली में फिल्म बनाने पर ₹02 करोड़ रूपये की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास, विधायक विनोद चमोली, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा और सैकड़ों गणमान्य श्रोता उपस्थित रहे।
— भूपत सिंह बिष्ट