गूगल पर मोबाइल नंबर ढूंडा तो कोरियर वाला बनकर ठग लिए 19 हजार !
रेखा यादव आईपीएस व हरिद्वार साइबर पुलिस की मदद से हुई रिकवरी।
गूगल पर मोबाइल नंबर ढूंडा तो कोरियर वाला बनकर ठग लिए 19 हजार !
रेखा यादव आईपीएस व हरिद्वार साइबर पुलिस की मदद से हुई रिकवरी।
मोबाइल फोन पर आप का अति – उत्साह आप को हजारों का फटका लगा सकता है। नेट सर्फिंग पर तैयार बैठे मोबाइल ठग बस आप की ताक में हैं और पलक झपकते आप उन के राडार पर आ जाते हैं।
कुछ ऐसा मामला जगजीतपुर कनखल निवासी धीरज कुमार वैष्णव के साथ हुआ है। एक नामी मार्केटिंग कंपनी से मोबाइल का आर्डर दिया लेकिन व्यस्तता के कारण पार्सल रिसीव नहीं कर पाए।
अगले दिन रविवार होने के कारण दिए गए नंबर नहीं उठे तो धीरज ने कूरियर कंपनी के दूसरे नंबर के लिए गूगल में सर्च करना शुरू कर दिया। मोबाइब नंबर की सर्च करने पर साइबर ठग ने तुरंत स्वयं को कूरियर कर्मचारी बताकर पहले दो रूपये की ट्रांजेक्सन वैरिफिकेशन के नाम पर करायी।
कुछ इधर – उधर की बात करने के बाद एक एप डाउनलोड करने को कहा और बात – बात में ओटीपी फिर पूछ लिया। इस बार दो रूपये की जगह अंजान व्यक्ति द्वारा खाते से ₹19753/ निकाल लिए गए। ठगी का भान होते ही धीरज वैष्णव ने साइबर क्राइम ब्रांच हरिद्वार में अपनी शिकायत दर्ज करायी।
ठगी की जानकारी मिलने पर साइबर सेल कर्मियों द्वारा नोडल अधिकारी साइबर क्राइम ASP रेखा यादव के पर्यवेक्षण में त्वरित कार्यवाही करते हुए संबंधित वैलेट और पेमेंट गेट वे ( wallet/gateway company ) से अविलंब पत्राचार किया और प्रार्थी को पूरी रकम भी वापस कराई गई।
अनावश्यक गूगल पर मोबाइल नंबर तलाश करने पर आप साइबर ठगों की जद में आ सकते हैं सो सावधान रहें – आपके साथ भी ये घटना हो सकती है। आम जनता साइबर अपराध से लगातार जानकार होने के बावजूद बाद भी साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं।
शिकायतकर्ता धीरज वैष्णव द्वारा रुपये वापस मिलने पर हरिद्वार साइबर सेल का वीडियो के माध्यम से धन्यवाद किया है।
इस मामले को सुलझाने में मनोज मेनवाल, निरीक्षक, का0 अरुण कुमार, का0 शक्ति सिंह टीम साइबर सैल की सक्रिय भूमिका रही है।
पदचिह्न टाइम्स।