लौह महिला भारत रत्न श्रीमती इंदिरा गांधी की 38 वीं पुण्य तिथि !
आज पुण्य तिथि 31 अक्टूबर ( 1917- 1984 ) पर सादर श्रद्धाजँली।
लौह महिला भारत रत्न श्रीमती इंदिरा गांधी की 38 वीं पुण्य तिथि !
आज पुण्य तिथि 31 अक्टूबर ( 1917- 1984 ) पर सादर श्रद्धाजँली।
भारत की तीसरी प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में जवाहर लाल नेहरू और श्रीमती कमला नेहरी की इकलौती संतान के रूप में हुआ। प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी के दादा मोती लाल नेहरू इलाहाबाद के संपन्न बैरिस्टर रहे हैं।
श्रीमती गांधी पहली बार 1966 में देश की प्रधानमंत्री बनी और 31 अक्टूबर 1984 को 67 वर्ष की उम्र में उनकी हत्या दिल्ली में अंगरक्षकों ने कर दी। तब भी वे प्रधानमंत्री पद पर आसीन थी।
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी, भारत में महिला सशक्तिकरण का आदर्श उदाहरण हैं। 1964 में पिता जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु के उपरांत देश – विदेश में अपनी लौह महिला की छवि गढ़ने और कांग्रेस पार्टी का दबंग नेतृत्व हेतु उन्हें याद किया जाता है। आज 37 साल के अवसान बाद भी भारतीय राजनीति में शायद ही कोई दिन बिना इंदिरा जी को याद किए व्यतीत होता है।
1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े करने से लेकर, प्राइवेट बैंकों का राष्ट्रीयकरण करके देश में आर्थिक क्रांति, 1975 में देश में आपातकाल जैसे अलोकप्रिय निर्णय भी श्रीमती इंदिरा गांधी के नाम हैं। 1977 में चुनाव हारने के बाद श्रीमती इंदिरा गांधी तमाम राजनीतिक पंडितों को धता बताकर फिर 1980 में सत्ता में लौट आयी।
1942 में फिरोज गांधी से विवाह का निर्णय करके विदेश में शिक्षित इंदिरा गांधी ने महिला स्वतंत्रता और अधिकारों का इतिहास रच दिया था। भले ही 1960 में फिरोज गांधी की मृत्यु हो गई। फिर भी लौह महिला ने बेटे राजीव और संजय के लालन पालन में हृदय में माँ का वात्सलय भाव कम नहीं होने दिया।
अपने नाती – नातिन राहुल, प्रियंका और वरूण के साथ उनका स्नेह अनेक वीडियो और चित्रों में आज भी सजीव होकर उन्हें एक महानेत्री का दर्जा देता है।
प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी 1971 में भारत रत्न से अलंकृत हुई। भारत को एटोमिक ताकत बनाने से लेकर, अंतर – राष्ट्रीय मंचों पर यथोचित सम्मान दिलाने के लिए श्रीमती इंदिरा गांधी का योगदान हमेशा याद रखा जायेगा।
पदचिह्न टाइम्स।