हाय री चुनाव की राजनीति – दल बदल से लेकर दुरभि संधि तक जो कराये वो कम !
कर्नाटक में 25 एमएलसी चुनाव बीजेपी को धुर विरोधी जेडीएस की जरूरत, कांग्रेसी बेटे का प्रचार कर रहा बीजेपी नेता ए मंजू।
लोकतंत्र में चुनाव आते ही पार्टियों की कथनी – करनी और नेताओं की शुचिता उजागर होती जा रही हैं। केंद्र से लेकर प्रदेशों तक एक सी बयार बह रही है।
कर्नाटक में 25 सीटों पर होने वाले एमएलसी ( विधान परिषद ) चुनाव में बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने धुर विरोधी जनता दल- एस से वोट की मदद मांगी है।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई मुलाकात में हसन में आईआईटी खोलने की मांग उठी है – इस से पूर्व धर्मेंद्र प्रधान हसन में आईआईटी की संभावना से इंकार कर चुके हैं।
देवगौड़ा ने कहा है कि बीजेपी के साथ एमएलसी चुनाव के बाद समर्थन जारी रहेगा, अभी कहना मुश्किल है।
उधर कांग्रेस ने जनता दल – एस को बीजेपी की बी टीम बता दिया है। बीजेपी के दल बदल से कुर्सी खोने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कुमार स्वामी देवगौड़ा चार दिसंबर तक गठबंधन पर घोषणा करने वाले हैं।
बीजेपी नेता ए मंजू अपने इकलौते कांग्रेसी बेटे के मोह में फंसे !
बीजेपी के पूर्व मंत्री ए मंजू अब अपने कांग्रेसी बेटे के लिए एमएलसी चुनाव में प्रचार करेंगे। जैसे ही उन के बेटे को कांग्रेस ने एमएलसी टिकट दिया – तभी बीजेपी ने अपने पूर्व मंत्री मंजू से सारी जिम्मेदारियां वापस ले ली हैं।
व्यथित बीजेपी नेता मंजू अब मजबूर होकर अपने अकेले कांग्रेसी बेटे के चुनाव प्रचार मे जुट गए हैं।
शराब कारोबारियों ने लिखा प्रदेश चुनाव आयोग को पत्र !
कर्नाटक शराब कारोबारियों की यूनियन ने एमएलसी चुनाव के मध्य नज़र शराब की दुकानें बंद ना कराने का अनुरोध पत्र दिया है।
शराब विक्रेताओं का कहना है कि विधान परिषद चुनावों में एक लाख से कम वोटर छह हजार बूथों पर मतदान में भाग लेने वाले हैं। कई बूथों पर तो वोटर संख्या बीस से कम है।
इस चुनाव के सारे मतदाता पढ़े लिखे और विवेकशील हैं। ऐसे में 8 दिसंबर से 10 दिसंबर तक शराब की दुकानें बंद कराना उचित निर्णय नहीं है और शराब कारोबार को राहत दी जाये।
—भूपत सिंह बिष्ट