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गुजरात में 21 हजार करोड़ की ड्रग के बाद सरकारी मशीनरी ने पकड़ी यूपी में194 करोड़ नकदी !

इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पास मिला 23 किलो विदेश से आयातित सोना और 6 करोड़ का अघोषित जीएसटी कच्चा माल।

गुजरात मुंद्रा पोर्ट में 21 हजार करोड़ की ड्रग के बाद अब सरकारी मशीनरी ने पकड़ी कानपुर – कन्नोज में 194 करोड़ की नकदी !

इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पास मिला 23 किलो विदेश से आयातित सोना और 6 करोड़ का अघोषित जीएसटी कच्चा माल।

‌भारत की राजस्व एजेंसियों ने काफी अंतराल के बाद अब लय में आना शुरू किया है – नवंबर में गुजरात के प्राइवेट मुंद्रा पोर्ट पर 21 हजार करोड़ मूल्य की 3 हजार किलोग्राम हेरोइन ड्रग पकड़ने में इनफोर्समेंट डिपार्टमेंट – ईडी ने बड़ी सफलता हासिल की।

अब इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है – मामले के तार अंतरदेशीय अफगानिस्तान और अंतर प्रदेशीय आंध्र प्रदेश – दिल्ली – गुजरात तक जुड़े नज़र आते हैं।

‌विधानसभा चुनाव की तैयारी से जुड़े उत्तरप्रदेश के कानपुर और कन्नौज जनपदों में डायरेक्टर जनरल जीएसटी इंटैलिजैंस ने एक रिकार्ड सफलता अर्जित कर – इत्र व्यवसायी पीयूष जैन के ठिकाने से 194 करोड़ नकद, 23 किलो विदेश से आयातित सोना और 6 करोड़ मूल्य का जीएसटी अघोषित कच्चा माल बरामद करने में सफलता हासिल की है।

केंद्र की प्रमुख ऐजेंसियों को इस बंपर सफलता का पर्याप्त श्रेय मीडिया ने नहीं दिया है कि बिना राजनीतिक हस्तक्षेप के ये बड़े मामले खुले हैं।

नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने इत्र व्यापारी के संबंध सपा से जोड़ने का प्रयास किया है। दूसरी ओर पीयूष जैन को सत्ता पक्ष का डोनर बताया जा रहा है।

कन्नोज में पीयूष जैन के पड़ोसी इस अकूत नकदी, सोना और माल की धर पकड़ पर चकित हैं और पीयूष जैन को लोप्रोफाइल व्यवसायी मानते हैं।

पीयूष जैन के पिता बंबई में साबुन कारोबार से जुड़े थे और पीयूष जैन अपने भाई और परिवार के साथ विज्ञान स्नातक होने के नाते इत्र और खुश्बू के कारोबार से जुड़े हैं।

बताया जा रहा है कि पीयूष जैन ने कृत्रिम चंदन का तेल सस्ते में बनाने में महारथ हासिल की हुई है और इस के निर्यात से भी जुड़े हुए हैं।
पड़ोसी पीयूष जैन को जैन धर्म के परम भक्त और दानपुण्य करने वाला मानते हैं और राजनीतिक पार्टी से दूर मानते हैं।

डायरेक्टर जनरल जीएसटी इंटैलिजैंस की इस बड़ी उपलब्धी ने भले ही यूपी की इत्र इंडस्ट्री को सुर्खियों में ला दिया है और चुनाव चर्चा में नोटबंदी के बाद 194 करोड़ की नकदी का बरामद होना उत्तर प्रदेश की सरकारी मशीनरी पर प्रश्न चिह्न लगा रहा है लेकिन आज भी निर्भिक और देशहित से जुड़े ईडी और जीएसटी के अधिकारी सलाम के हकदार बने हुए हैं।
पदचिह्न टाइम्स।

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