ग्वेल देवता, घंडियाल देवता कह रहे हैं, भूमिया देवता कह रहे हैं, भाजपा गुड बाय — हरीश रावत पूर्व मुख्यमंत्री !
कहा जा रहा है कि 5 प्रतिशत ऊपर जाता है - प्रत्येक कुंतल बजरी-बालू पर तो ये कैसा निजाम है!
ग्वेल देवता, घंडियाल देवता कह रहे हैं, भूमिया देवता कह रहे हैं, भाजपा गुड बाय — हरीश रावत पूर्व मुख्यमंत्री !
कहा जा रहा है कि 5 प्रतिशत ऊपर जाता है – प्रत्येक कुंतल बजरी-बालू पर तो ये कैसा निजाम है!
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने आज धनोल्टी विधानसभा के लिए वर्चुअल रैली की। अपने वीडियो सन्देश में पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर आरोप लगाए – बीजेपी ने बालिकाओं के विद्यालय और कॉलेज सकलाना पट्टी में खुलने नहीं दिए.
नागेंद्र सकलानी डिग्री कॉलेज के शासकीय आदेश को रद्द कर दिया। बालिकाओं का आईटीआई नहीं खुलने दिया। 28 हजार पदों पर नियुक्तियां रोकी हुईं हैं।
उत्तराखंड की बेटियां कुछ भी करने में सक्षम हैं और प्रियंका गाँधी के सपनों के अनुरूप उत्तराखंड की बेटियां के लिए कांग्रेस नए रोजगार सृजित करेगी। पहाड़ के सेल्फ हेल्प ग्रुप को आर्थिक मजबूती दी जाएगी।
धनोल्टी विधानसभा ग्यारह विधानसभाओं से जुडी रोजगार, बे -मौसम कृषि , टूरिज़्म में अपार क्षमता से भरी है और अब समय आ गया है कि जनता यहाँ से कांग्रेस को अपना आशीर्वाद दे !
पिछले पांच साल में उत्तराखंड का अनुभव बहुत ही कष्टपूर्ण रहा है, अपमान जनक रहा है।
विकास ठप्प और बेरोजगारी चरम पर, महंगाई की मार से अलग पीड़ित और कोरोना की महामारी के दौरान लोगों को यूं ही मरने के लिए छोड़ दिया और कुंभ में टेस्टिंग घोटाला कर पैसा कमाने में लगे रहे।
मुख्यमंत्री बदले मगर, राज्य के भाग्य को बदलने के विषय में कुछ भी नहीं सोचा गया।
आज स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री तो बदले, मगर उत्तराखंड को मिला एक खनन प्रेमी मुख्यमंत्री, जिसने सारे गाड़-गधेरे, नदी-नाले धदोड़ डाले।
यह जो कुछ इस समय ट्रांसफर, पोस्टिंग में यहां तक कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी हो रहा है, उसको देखकर के मन कराह रहा है, दुर्गंध आ रही है पुरे सचिवालय में भ्रष्टाचार की।
कहा जा रहा है कि 5 प्रतिशत ऊपर जाता है – प्रत्येक कुंतल बजरी-बालू पर तो ये कैसा निजाम है!
ये कैसी डबल इंजन की सरकार है! अब उत्तराखंड कह रहा है गुड बाय भाजपा, गुड बाय डबल इंजन।
अब जनता कह रही है, उत्तराखंड के गाड़- गधेरे, डांडे-कांडे, नदी-नाले, गंगा-यमुना कह रही है, चारों धाम व मंदिर कह रहे हैं, ग्वेल देवता, घंडियाल देवता कह रहे हैं, भूमिया देवता कह रहे हैं, भाजपा गुड बाय।
“जय उत्तराखंड – जय उत्तराखंडियत”
– हरीश रावत , पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड की फेस बुक वाल से साभार।