देहरादून जनपद में समग्र, समावेशी, सुरक्षित मतदान के लिए पीठासीन अधिकारियों का प्रशिक्षण – डा राजेश कुमार जिला निर्वाचन अधिकारी !
मतदान को लेकर कोई संशय ना रहे – अपने ट्रेनर से पूरी जानकारी प्राप्त करें – पीठासीन अधिकारियों की ट्रेनिंग।
निर्वाचन की सभी गतिविधियां श्रेष्ठतम सम्पादित करने के लिए आज पीठासीन अधिकारियों एवं प्रथम मतदान अधिकारियों को दो पालियों में प्रशिक्षण दिया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ0 आर राजेश कुमार ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कार्मिकों को बताया कि लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी कार्मिकों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
खासकर पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी जिनको मतदान प्रक्रिया सम्पन्न करवाने का दायित्व है।
मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिया जा रहे प्रशिक्षण एवं तकनीकि बारिकियों को ध्यान से समझने तथा शंका होने पर इसका अवश्य ही समाधान करें।
निर्वाचन में किसी प्रकार की गलती एवं लापरवाही के लिए कोई स्थान नहीं है तथा छोटी-सी-छोटी लापरवाही एक बड़े विवाद का कारण बन सकती है।
इसलिए सभी कार्मिकों का यह दायित्व है कि वह पूर्ण ध्यानपूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा शंका होने पर समय रहते निराकरण करायें।
इस बार का निर्वाचन विगत निर्वाचनों से बिल्कुल अलग और चुनौतीपूर्ण है निर्वाचन के दौरान सभी व्यवस्थाएं कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार सम्पादित कराने, केन्द्रों पर कानून व्यवस्था एवं सोशल डिस्टेसिंग के साथ ही सभी व्यवस्थाएं सम्पादित की जानी है।
सके लिए सभी कार्मिक बड़े ध्यानपूर्वक अपना प्रशिक्षण प्राप्त करें। ताकि मतदान वाले दिन किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
मतदेय स्थलों पर ईवीएम, निर्वाचन सामग्री एवं उपकरण रख-रखाव के साथ ही मॉकपोल आदि कार्यों को ध्यानपूर्वक करने को कहा।
इस अवसर पर नोडल अधिकारी कार्मिक के.के मिश्रा ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कार्मिकों को बताया – प्रशिक्षण में ईवीएम एवं वीवीपैट के माध्यम से समझायी जा रही सम्पूर्ण गतिविधियों को ध्यानपूर्वक समझें ताकि मतदान के दिन किसी प्रकार विघ्न उत्तपन्न ना हो।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 1129 कार्मिकों ने प्रतिभाग किया तथा 71 कार्मिक अनुपस्थित रहे।
समस्त अनुपस्थित रहने वाले कार्मिकों को अनुपस्थित रहने का स्पष्ट कारण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
पदचिह्न टाइम्स।