किसान आंदोलन रहेगा उधम सिंह नगर में बीजेपी के लिए चुनौती !
किच्छा और खटीमा विधानसभा में बीजेपी की जीत का मार्जिन कम रहा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में उधम सिंह नगर की 9 सीटों में 8 सीटें बीजेपी ने जीती और मात्र एक जसपुर सीट कांग्रेस के हाथ लगी।
किच्छा विधानसभा से कांग्रेस मुख्यमंत्री हरीश रावत को बीजेपी के राजेश शुक्ला ने हरा दिया था।
हरीश रावत हरीश रावत 2127 वोट से हारे और बसपा ने यहां 7754 वोट हासिल कर तीसरा स्थान पाया।
इस बार बीजेपी विधायक का मुकाबला कांग्रेस के तिलक राज बेहड़ से है, जो पिछली बार रूद्रपुर से प्रत्याशी थे।
जसपुर में कांग्रेस के आदेश सिंह चौहान ने बीजेपी के शैलेंद्र मोहन सिंघल को 4200 मतों से हराया। यहां बसपा ने 8666 वोट हासिल किए।
इस बार फिर दोनों दलों ने वही प्रत्याशी उतारे हैं।
काशीपुर में इस बार बीजेपी के टिकट पर त्रिलोक सिंह चीमा का मुकाबला कांग्रेस के नरेंद्र चंद सिंह से हैं।
पिछली बार बीजेपी के हरभजन सिंह चीमा ने कांग्रेस के मनोज जोशी को 20 हजार से ज्यादा वोट से हराया और बसपा को 15426 और एक निर्दलीय ने 7106 वोट हासिल किए।
बाजपुर सुरक्षित सीट पर इस बार कांग्रेस के यशपाल आर्य का मुकाबला बीजेपी के राजेश कुमार से है।
पिछली बार यशपाल आर्य बीजेपी के विधायक रहे हैं और अब कैबिनेट मंत्री पद छोड़कर कांग्रेस में लौटे हैं।
गदरपुर सीट पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का मुकाबला प्रेमानंद महाजन से है। पिछली बार बीजेपी ने यह सीट 14 हजार से जीती है। बसपा ने यहां 26,116 वोट हासिल किए।
रूद्रपुर से बीजेपी ने टिकट काटकर शिव अरोड़ा को दिया है। कांग्रेस ने मीना शर्मा को उतारा है। पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल निर्दलीय मैदान में है। पिछली बार बीजेपी यहां 25 हजार वोट से जीती है।
सितारगंज सीट पर बीजेपी के सौरभ बहुगुणा का मुकाबला कांग्रेस के नवतेज पाल सिंह से है। पिछली बार बीजेपी ने यह सीट 28 हजार वोट से जीती है और नवतेजपाल बसपा टिकट पर 11892 वोट मिले हैं।
नानकमत्ता सीट पर बीजेपी के डा प्रेम सिंह का मुकाबला गोपाल सिंह राणा से हैं। पिछली बार बीजेपी ने यह सीट 9 हजार से ज्यादा वोटों से जीती है। बसपा ने यहां 3174 वोट लिए हैं।
खटीमा सीट पर बीजेपी के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मुकाबला कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी से है। पिछली बार कापड़ी मात्र 1709 वोट से हारे हैं।
बसपा ने यहां 17804 और निर्दलीय प्रत्याशी ने 4516 वोट लेकर बीजेपी की जीत आसान कर दी।
बीजेपी ने धामी को अपना तीसरा मुख्यमंत्री बनाकर चुनाव की कमान सौंपी है और धामी को भगत सिंह कोशियारी गुट का माना जाता है।
पदचिह्न टाइम्स।