चित्रा रामाकृष्णन पूर्व एमडी नैशनल स्टाक एक्सचैंज और हिमालयन योगी का रहस्य !
दोनों के बीच ई मेल की भाषा गोपनीय - बाबा की चेली ने स्टाक एक्सचैंज की जानकारी सौंप दी।
चित्रा रामाकृष्णन पूर्व एमडी नैशनल स्टाक एक्सचैंज और हिमालयन योगी का रहस्य !
दोनों के बीच ई मेल की भाषा गोपनीय – बाबा की चेली ने स्टाक एक्सचैंज की जानकारी सौंप दी।
अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक देश के सबसे बड़े नैशनल स्टाक एक्सचैंज (एनएसई) , की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामाकृष्णन और अनाम योगी के बीच का रिश्ता अनबूझ पहेली बना हुआ है।
आयकर विभाग ने एनएसई के घपलों के संदर्भ में चित्रा रामकृष्णन के परिसरों में छापेमारी की है।
स्टाक एक्सचैंज ब्यूरो आफ इंडिया सेबी ने एनएसई, चित्रा और अन्य पर आर्थिक दंड लगाकर औपचारिकता निभा दी है।
चित्रा रामकृष्णन पर आरोप लग रहे हैं – खरबों का दैनिक व्यवसाय करने वाला स्टाक एक्सचैंज का मुखिया किसी गोपनीय शख्स के साथ जानकारी सांझा कर रहा था।
इस गोपनीय शख्स के कहने पर प्रबंध निदेशक ने 15 लाख की सालाना आमदनी वाले सुब्रह्मनियम को स्टाक एक्सचैंज के बड़े पदों पर करोड़ों का पारिश्रमिक भुगतान देकर नियुक्त किया।
अब जांच में पाया गया है कि संस्थान द्वारा दिए गए लैपटाफ इन लोगों ने नष्ट कर दिए हैं ताकि अपराधिक मामलों को पकड़ा ना जा सके।
जांच अधिकारियों को प्रबंध निदेशक और अनाम शख्स के बीच कोड भाषा में लिखे ई मेल मिले हैं। अब इस कोड भाषा को खोला जा रहा है।
अनाम शख्स को पूर्व प्रबंध निदेशक अपना अध्यात्म गुरू बता रही हैं – ये हिमालयवासी योगी स्टाक एक्सचैंज के मुख्य पदों पर नियुक्ति करने से लेकर रोजमर्रा के बिजनेस में भी हस्तक्षेप कर रहा था। ई मेल संदेश यही साबित कर रहे हैं।
चित्रा रामकृष्णन के ई मेल संदेश टैक्सचोरी के लिए स्वर्ग कहे जाने वाले चर्चित देशों की यात्रा और कोड संदेश में बच्चों को घुमाने और बैग तैयार रखने जैसे कोड का संदेश समझने में आयकर और सेबी अधिकारी सफल नहीं हो पाए हैं।
हिमालयन योगी के नाम का खुलासा ना करके और बीस साल से अपने रिश्ते का दावा भरने वाली एमडी ने पूरे विश्व में देश की इनफोरमेशन तकनीक का मखौल बना दिया है – जांच एजैंसी उस शख्स को नहीं ढूंड पा रही हैं, जो अर्से तक संदेश भेजकर स्टाक एक्सचैंज पर हावी रहा है।
पदचिह्न टाइम्स।