आजादी का अमृत महोत्सव 75 साल – संविधान, विधानसभा और जनप्रतिनिधियों की बदलती भूमिकायें !
विश्व हैप्पी दिवस की एक पुरानी खबर – अंग्रेजों के सौ साल पुराने कानून कब बदलेंगे। कैसे बनेगा देश विश्व गुरू – हकीकत सुधारने की जगह फिल्म पर चर्चा जरूरी ?
निर्भया के दुर्दांत अपराधियों को फाँसी चढ़ाने में सात साल लग गए, फास्ट ट्रेक कोर्ट ने तो अपना काम एक साल में कर लिया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट में कानूनी दाव पेंच और अंग्रेजों के सौ साल पुराने अपराध दंड संहिता( क्रिमनल प्रोसिजर कोड ) की खामियों का फायदा इन अपराधियों ने पूरी तरह से उठाया और आम नागरिक का सुशासन और अदालतों पर विश्वास फाँसी टलने की खबर पर लड़खड़ाता रहा है।
कर्नाटक और मध्यप्रदेश में सरकार गिराने के लिए विधायकों से इस्तीफे कराने की नई राजनीति भी अब परवान चढ़ी है।
इन बेशर्म विधायकों ने पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ा और अपनी विधानसभा को पांच साल पूरे होने से पहले ही चुनाव में धकेल दिया — निर्वाचन आयोग सरकार गिराने और राज्यसभा चुनाव में हो रही खुली बेइमानी व धंधे पर चुप्पी साधे है।
अगर चुनाव आयोग व न्याय पालिका ने समय रहते नेताओं की इस तिकड़म पर अंकुश लगाया होता तो दो जगह से चुनाव लड़ने वाले या समय से पहले इस्तीफा देकर उपचुनाव में देश का समय, धन और जनता को प्रतिनिधि विहीन बनाने वाले इन दलबदलुओं की साजिश पर कड़ी कार्रवाई जरूरी थी।
कुछ माननीयों के गोरख धंधे से संसद व विधानसभा की गरिमा को बचाया जा सकता है।
ऐसे विधायकों और सांसदों से उपचुनाव का खर्च वसूला जाये और दल बदल कर सरकार गिराने वाले निर्वाचित नेताओं पर आजन्म चुनाव लड़ने की पाबंदी लगे – लोकतंत्र की इन कलंक कथाओं पर अब विराम लगाना जरुरी है।
आज इस की और कल उसकी सरकार गिराने और लोकतंत्र को कलंकित करने से बाज आने वाले नहीं हैं।
कोरोना को लेकर चीन – वूहान का प्रारंभिक डाटा बता रहा है कि वहां कोरोना से मृत्यु दर 1.4% रही लेकिन यह फ्लू से होने वाली मृत्यु दर(0.1%) से कहीं ज्यादा है।
कोरोना मृत्यु मामलों में यूरोप का इटली अब एशिया के चीन से आगे आ गया है और इस का बड़ा कारण संक्रमण रोकने के तौर -तरीकों पर लापरवाही है क्योंकि पहले चालीस दिन तक कोरोना रोगी दूसरों को संक्रमित करता है।
इटली में 3405, चीन में 3249 और पूरे विश्व में 9785 मौत कोरोना वायरस से हो चुकी हैं। कोरोना संक्रमण से148 देशों में 235404 नागरिक जूझ रहे हैं। भारत में फिलहाल 20 प्रदेशों में 198 संक्रमित और 04 मृत्यु का आंकड़ा है।
विश्व हैप्पी दिवस पर शायद यही अच्छी खबर है।
— भूपत सिंह बिष्ट