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विक्रम संवत्सर, चैत्र नवरात्र, उगादी, युगादी, गुड़ी पड़वा, मोपिन और रमजान पर्व की धूमधाम!

पूर्व - पश्चिम , उत्तर से दक्षिण तक उमंग और उल्लास का संचय - कोरोना की कड़ुवाहट को कम करते भारतीय संस्कृति के सनातन उत्सव - मेलों की चहल पहल ।

विक्रम संवत्सर, चैत्र नवरात्र, उगादी, युगादी, गुड़ी पड़वा, मोपिन और रमजान पर्व की धूमधाम!

पूर्व – पश्चिम , उत्तर से दक्षिण तक उमंग और उल्लास का संचय – कोरोना की कड़ुवाहट को कम करते भारतीय संस्कृति के सनातन उत्सव – मेलों की चहल पहल ।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री और विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चम्पत राय जी ने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा –
आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, भारतीय कालगणना के अनुसार नवसम्वत् का प्रथम दिवस , वरुण देवता के अवतार भगवान झूलेलाल जी की जयन्ती का दिवस , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रारम्भ कर्ता डाक्टर केशव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस है। नव सम्वत् सम्पूर्ण भारत के लिए , आप सभी के लिए मंगलकारी हो – यह कामना करता हूँ ।

इस अवसर पर निर्माणाधीन श्री राम जन्म भूमि मंदिर गर्भगृह में प्रथम नवरात्र पर विशेष पूजा अर्चना की गई और ध्वजा बदल कर नई ध्वजा का आरोहण किया गया।

उत्तर भारत में चैत्र नवरात्र पर्व के उपलक्ष्य में शक्ति पूजा के लिए क्लश स्थापना हुई। घरों और मंदिर में माँ दुर्गा की निरंतर नौ दिन तक विभिन्न स्वरूप पूजा प्रारंभ हो गई है।

चैत्र माह के प्रथम दिन आज कर्नाटक व आंध्र प्रदेश में नए साल के स्वागत में उगादी और गुडी पड़वा पर्व की धूम मची है।
अरूणाचल प्रदेश के सियांग जनपदों में मोपिन पर्व का श्रीगणेश हुआ है। भारत के अधिकांश भाग में मेले व उत्सव खेती और किसानी से जुड़े हैं।

आज से हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2079 का प्रारंभ हुआ है – जिसे वैदिक पंचांग में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के नाम से जाना जाता है।
मुस्लिम समाज का पवित्र रमजान माह भी आज से 2 मई तक जारी है। रमजान के पवित्र माह में अपने खुदा की पूजा और रोजा रखने की परंपरा है।

नया वित्तिय वर्ष अप्रैल से मार्च तक चलता है – चुनाव के बाद मंहगाई की मार ने आम नागरिकों का बजट बिगाड़ना भी शुरू कर दिया है।

पेट्रोल – डीजल के दाम रोजाना ऊपर जा रहे हैं। गैस सिलैंडर, बिजली और अन्य वस्तुओं के दाम झटके से बढ़ गए हैं।
चुनाव जीतने के बाद बीजेपी सरकार अब मंहगाई के मोर्चे पर लापरवाह दिखती है।

अप्रैल माह में पारंपरिक त्यौहारों के बीच आर्थिक खुशहाली भी आवश्यक है।
पदचिह्न टाइम्स।

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