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चारधाम यात्रा सीजन में बढ़ती दुर्घटनाओं पर धामी सरकार ने चौकसी बढ़ायी !

डामटा में 26 तीर्थ यात्रियों की मौत पर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह को मौके पर आना पड़ा - मृतकों के शव सेना के सहयोग से मध्य प्रदेश ले जाये गए।

चारधाम यात्रा सीजन में बढ़ती दुर्घटनाओं पर धामी सरकार ने चौकसी बढ़ायी !

डामटा में 26 तीर्थ यात्रियों की मौत पर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह को मौके पर आना पड़ा – मृतकों के शव सेना के सहयोग से मध्य प्रदेश ले जाये गए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि चार धाम यात्रा मार्गो में हर तरह की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है।

चारधाम यात्रा में उमड़ी भारी भीड़ के चलते प्रदेश के राजमार्गों और नगरों की सड़कों पर ट्रेफिक का भारी दबाव है।

पहाड़ी सड़कों पर अनुभवहीन चालक तेज गति व मोड़ों पर लापरवाही के चलते वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।

चार धाम मार्ग के साथ अब दूसरे जनपदों में भी गाड़ियों की दुर्घटनायें मुख्य खबर बन रही हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के सुचारू और सुरक्षित संचालन के लिए बड़े अधिकारियों की कमेटी गठित कर दी है।

कोरोना महामारी के कारण पिछले दो सालों से चारधाम यात्रा पर अंकुश लगा हुआ था। अब यात्रियों की बंपर भीड़ उत्तराखंड पर्यटन उद्योग के लिए शुभ संकेत है।

LOKSABHA MP TEERTH SINGH RAWAT

पूर्व मुख्यमंत्री और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत से श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम मार्ग के होटलियर्स व टूअर्स आपरेटर ने शिकायत दर्ज करायी है कि चार धाम यात्रियों को हरिद्वार व ऋषिकेश में अनावश्यक रोकने से पहाड़ी नगरों में चारधाम यात्रा में वर्षों से जुड़े होटल, कैंप, रेस्त्रां, ढाबों और परिवहन व्यवसायिओं को भारी नुक्सान उठाना पड़ा है।

यात्रियों का पंजीकरण सरलता से चारधाम मार्गों पर कहीं भी संभव है और अब 22 सालों में रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी व पौड़ी जनपदों की टूरिज्म क्षमता काफी बढ़ चुकी है।

चारधाम यात्रा के बाद भी शीतकालीन पर्यटन के लिए उत्तराखंड पूरी तरह तैयार है और ऐसे में यात्रियों को ऋषिकेश में रोकना सरकार व पहाड़ी जनपदों के व्यवसायिओं के लिए नुक्सानजनक बन रहा है।

चारधाम यात्रा में वाहनों की तादात आने व जाने वाले ऋषिकेश, देवप्रयाग,श्रीनगर व आगे जाम का कारण बन रहे हैं।

बेहतर है कि ट्रैफिक रेगुलेट करने के उपाय हों ताकि दुर्घटनायें भी कम की जा सकें।

 

धामी सरकार ने डामटा में बस दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए आपदा प्रबंधन व परिवहन विभाग को हर मार्ग पर मुस्तैद रहने को कहा है।

अगली बार से अन्य प्रदेश के प्राइवेट वाहनों को अनुभवहीनता के कारण चारधाम यात्रा के लिए रोका जा सकता है ताकि पहाड़ी मार्ग के कुशल चालकों व स्थानीय परिवहन व्यवसाय को प्रगति मिले।

फिलहाल हेली सेवा से श्री केदारनाथ दर्शन की दर 85 हजार और चारधाम यात्रा के लिए चार्टेड सेवा पांच लाख में उपलब्ध है और सभी सर्विस प्रोवाइडर बाहरी हैं।

हैली सेवाओं में सरकार और बीकेटीसी को ना के बराबर राजस्व मिल रहा है।

उत्तरकाशी के डामटा में हुए बस हादसे के बाद धामी सरकार अब सतर्क है।  इस हादसे में मध्य प्रदेश के 26 यात्रियों की जान गई।

मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान को स्वयं दुर्घटना स्थल तक आना पड़ा है।

ऐसे में दुर्घटना शून्य चारधाम यात्रा हेतु प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी पूरे देश के लिए बढ़ गई है।

मुख्यमंत्री धामी व शिवराज सिंह के प्रयासों से एयरफोर्स ने मृतकों के शव मध्य प्रदेश परिजनों तक पहुंचाये हैं।

इस के अलावा मौसम परिवर्तन, हाई एल्टीटयूट बीमारियों के चलते भी तीर्थयात्रियों को प्राण गंवाने पड़े हैं।  चारधाम यात्रा में ट्रामा सेंटर व बेहतर हास्पीटल का प्रबंधन भी जरूरी हो गया है।

चारधाम यात्रा को लोकप्रिय बनाने के लिए सभी विभागों को सहयोग करने के लिऐ अलर्ट मोड में रहने के निर्देश हैं।

भूपत सिंह बिष्ट।

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