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सीबीएसई परीक्षाओं में जवाहर नवोदय विद्यालय कसौटी में खरे उतरे !

देश में 638 जिलों में आज 661 नवोदय विद्यालय शिक्षा दे रहे हैं, यहां छात्रों को आवास, भोजन व वस्त्र की सुविधा है।

सीबीएसई परीक्षाओं में जवाहर नवोदय विद्यालय कसौटी में खरे उतरे !

देश में 638 जिलों में आज 661 नवोदय विद्यालय शिक्षा दे रहे हैं, यहां छात्रों को आवास, भोजन व वस्त्र की सुविधा है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने केंद्रीय माध्यमिक परिषद,( सीबीएसई बोर्ड) नई दिल्ली के परीक्षा परिणामों में जवाहर नवोदय विद्यालयों की उपलब्धियों पर खुशी जाहिर की।

सोशल मीडिया में जारी एक बयान में शिक्षा को लेकर कांग्रेस सरकार की पिछली और अगली योजनाओं पर विचार किया गया।

राहुल गांधी ने बताया – जवाहर नवोदय विद्यालय ने सीबीएसई बोर्ड की 12 वीं और 10वीं की परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

आवासीय जवाहर नवोदय विद्यालयों ने एक बार फ़िर नए कीर्तिमान बनाए हैं।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और मेरे पिता, स्वर्गीय राजीव गांधी ने ग्रामीण बच्चों को शिक्षित करने के लिए वर्ष 1986 में जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना की थी।

इस विद्यालय को खोलने का उद्देश्य था कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली बच्चों को गुणात्मक, आधुनिक शिक्षा दी जा सके।

जवाहर नवोदय विद्यालय में बच्चों के लिए कक्षा छठी से बारहवीं तक मुफ्त पढ़ाई, खाना और कपड़ा शामिल किया गया।
देश में 638 डिस्ट्रिक्ट में लगभग 661 नवोदय विद्यालय चल रहे हैं।

किसी भी देश की तरक्की तभी संभव है जब भविष्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा पर ज़ोर दिया जाए, बच्चों और युवाओं को उच्च शिक्षा दी जाए, गांव और शहर में भेदभाव न किया जाए।

FIRST PRIME MINISTER CHACHA JAWAHAR LAL NEHRU

प्रतिभा कहीं भी छिपी हो सकती है, बस उसे सही नीतियों के ज़रिए ढूंढने की ज़रुरत है।

मुफ़्त और अच्छी शिक्षा देश और राज्य के विकास के लिए ज़रूरी है।

राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की सरकारें दोनों प्रदेशों में शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय काम कर रहीं हैं।

राजीव जी के शिक्षा के इस मॉडल को हम और आगे बढ़ाएंगे ताकि सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
पदचिह्न टाइम्स।

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