लोकसभा में बढ़ती मंहगाई पर मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश !
सुप्रिया शुले, मनीष तिवारी, काकोली घोष दस्तकार ने आठ साल की वित्तिय असफलता – मंहगाई पर सरकार को घेरा।
संसद की कार्यवाही में आज विपक्ष ने मंहगाई पर मोदी सरकार को हर तरफ से जमकर घेरा।
बीजेपी सांसद डा निशिकांत दुबे ने 80 करोड़ गरीबों को फ्री , फ्री फंड का खाना दे रही मोदी सरकार के लिए बधाई की मांग कर डाली।
एनसीपी सांसद सुप्रीया शुले ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया – आठ साल सरकार चलाने के बाद अभी तक सरकार पिछले साठ साल का रोना रोती आ रही है।
गरीबों को खाना खिलाना सरकार की जिम्मेदारी है। गरीबों से हिसाब मांगना, आभार मनवाना मानवता नहीं है।
मोदी सरकार ने दूध और भगवान को छोड़कर आम आदमी की हर जरूरत पर जीएसटी लगा दिया है।
रूपये की वैल्यू डालर के मुकाबले गिरकर अब अस्सी रूपये तक पहुंच गई है।
कांग्रेस के मनीष तिवारी ने शमसान घाट निर्माण पर 18 प्रतिशत जीएसटी वसूलने को सरकार की आर्थिक नाकामी बताया।
पिछले आठ सालों में सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों से 27 लाख करोड़ की आमदानी एकत्रित की लेकिन गरीबों की जेब खाली कर डाली है।
2014 में गैस सिलैंडर रूपये 610- का था और आज एक हजार के पार होने से 25 करोड़ महिलाओं की गृहस्थी का बजट बिगड़ गया है।
आटा, दही, पनीर, स्याही, शार्पनर पर जीएसटी लगाने की मजबूरी मोदी सरकार की नोटबंदी नीति की असफलता है।
टीएमसी की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने लोकसभा में कच्चा बैंगन खाकर गैस सिलैंडर दाम की बढ़ोतरी को रेखांकित किया।
सरकार चाहती है – लोग अब बिना गैस के कच्चा खाना खाने की आदत डालें। उज्जवला योजना के मंहगें सिलैंडर खरीदने का पैसा निर्धन महिलाओं के पास नहीं है।
बीजेपी की महिला मंत्री जो सिलैंडर लेकर प्रदर्शन करती रही हैं – अब अपनी राय जाहिर करें।
निशिकांत दुबे ने मंहगाई के लिए पिछले साठ साल की सरकार, कोरोना, यूक्रेन युद्ध और किसानों द्वारा पैदावार कम करने जैसे कारण गिनाये।
पदचिह्न टाइम्स।