बिहार जहरीली शराब कांड का मास्टर मांइड होमियोपैथी कंपाउडर !
एसआईटी ने 38 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद 9 अपराधियों को केमिकल व वाहन सहित गिरफ्तार किया।
बिहार में गत सप्ताह शराब बंदी के दौरान 38 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी।
इस जहरीली शराब कांड की गूँज बिहार से बाहर देश – विदेश में सुनायी दी और बीजेपी आलोचना में मुखर रही।
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने जहरीली शराब कांड पर कहा था कि शत प्रतिशत शराबबंदी मुमकिन नहीं है।
शराबियों को मौत के लिए जिम्मेदार रहना चाहिए।
अब एसआईटी ने सरन जिले की जहरीली शराब कांड को उजागर कर दिया है।
सरन जिले की 38 मौत के लिए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस गैग का मास्टर मांइड होमियोपैथी कंपाउडर बताया जा रहा है।
सरन पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि जहरीली शराब बनाने के लिए इस्तेमाल केमिकल और शीशियों को
बड़ी मात्रा में बरामद किया गया है।
जिस वाहन से उत्तर प्रदेश से केमिकल लाया गया – पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है।
आरोप है कि होमियोपैथी कंपाउडर का गिरोह होमियोपैथी दवाइयों में केमिकल मिलाकर नकली शराब सप्लाई करता था।
अब तक पुलिस ने 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया है और जहरीली शराब बेचने वाले हाकरों की धरपकड़ जारी है।
बीजेपी सांसद व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मृतकों के लिए क्षतिपूर्ति राशि दिए जाने की मांग
बिहार सरकार से उठायी है।
बिहार में नितीश कुमार ने अप्रैल 2016 से शराब बंदी की घोषणा की हुई है।
अवैध शराब की तस्करी और हजारों की संख्या में शराब मुकदमें अदालतों में लंबित हैं।
जहरीली शराब पीकर मरने वाले शराबियों के मामले गाहे – बगाहे गुजरात, उत्तराखंड और बिहार आदि प्रदेशों में घटित हो रहे हैं।
पदचिह्न टाइम्स।