उमाकांत लखेड़ा को मातृशोक पत्रकार बिरादरी और मुख्यमंत्री धामी ने शोक जताया !
स्वर्गीय श्रीमती सांगली देवी लखेड़ा उत्तराखंड राज्य आंदोलन कारी और पहाड़ की जीवट महिला।
उमाकांत लखेड़ा को मातृशोक पत्रकार बिरादरी और मुख्यमंत्री धामी ने शोक जताया !
स्वर्गीय श्रीमती सांगली देवी लखेड़ा उत्तराखंड राज्य आंदोलन कारी और पहाड़ की जीवट महिला।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा की माता
श्रीमती सांगली देवी लखेड़ा का रविवार , 8 जनवरी को 96वें वर्ष की
आयु में निधन हो गया।
उत्तरांचल प्रेस क्लब ने आज दिवंगत आत्मा की शांति के लिए अध्यक्ष अजय राणा की अध्यक्षता में
क्लब सभागार ने एक शोकसभा आयोजित की।
प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने दिवंगत सांगली देवी के जीवन पर प्रकाश डाला और
बताया – वे एक सामान्य महिला होते हुए भी पहाड़ों में महिलाओं की दशा को लेकर काफी चिंतित रही।
उन्होंने राज्य आन्दोलन में हिस्सा लिया और खेतीबाड़ी छोड़कर गढ़वाल के गांवों तक
उत्तराखंड आंदोलन की अलख जगायी।
उनके पति स्वर्गीय कन्हैयालाल लखेड़ा और चन्द्र सिंह नेगी ने 1994 में देवी का डांडा यमकेश्वर में
दो सप्ताह तक आमरण अनशन किया था।
ये विसंगति रही कि लखेड़ा दम्पत्ति को जब परिचय पत्र जारी हुए तब तक दोनों अपना शरीर छोड़ चुके थे।
शोकसभा का संचालन संयुक्त मंत्री मीना नेगी ने किया।
प्रेस क्लब आफ इंडिया के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने संवेदना प्रकट करने हेतु सभी का आभार प्रकट किया है।
अपने कृतज्ञता संदेश में उमाकांत लखेड़ा ने कहा – मेरी मां जी स्कूल नहीं जा सकी लेकिन हमें
शिक्षा प्राप्त करने गांव से दूर शहर में भेजा।
उन की नैतिक शिक्षा और जीवन मूल्यों की बदौलत आज मैं इस मुकाम पर पहुंच पाया हूँ।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद तीर्थ सिंह रावत, कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा,
हेमंत द्विवेदी, विवेक खंडूरी आदि मित्रों एवं प्रबुद्घ जनों ने इस दु:खद बेला में मुझे संबल दिया है।
उत्तरांचल प्रेस क्लब की शोकसभा में मनीष भट्ट, विनोद पुंडीर, गिरिधर शर्मा, वरिष्ठ सदस्य नीरज कोहली,
रविन्द्र नाथ कौशिक, भूपत सिंह बिष्ट, तिलक राज, देवेंद्र सिंह नेगी, राजकिशोर तिवारी, हरीश कंडारी,
संजय किमोठी सहित कई सदस्य शामिल हुए।
पदचिह्न टाइम्स।