तेज बर्फबारी के बीच भावुक राहुल गांधी की श्रीनगर रैली !
नफरत के बाजार में महोब्बत की दुकान लगाने आम हिंदुस्तानी के लिए सड़क पर उतरा हूं ।
सांसद राहुल गांधी ने भरे मन से घनी बर्फबारी के बीच आम जनता और सुरक्षा बलों का आभार प्रकट किया।
देश में हिंसा, नफरत और स्वार्थ पर चोट करते हुए सांसद राहुल गांधी ने कहा – बीजेपी मुझे गाली देती रहे, हमारा जवाब उन्हें प्यार से हराना है।
भारत जोड़ो यात्रा का मर्म हिंसा और नफरत फैलाने वाले नहीं समझ सकते हैं।
देश में सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ,
जम्मू – कश्मीर और तमाम हिंसा सह चुके परिजन जानते हैं कि हिंसा और नफरत का माहौल खत्म होना जरूरी है।
ताकि किसी बच्चे, बेटे और मां को हिंसा में अपने खोने की खबर न सुननी पड़े।
चौदह साल की उम्र में दादी की हत्या,
फिर पिता की मौत दर्द मैंने पुलवामा में शहीद जवानों के बेटों की तरह सहा है।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा में
हिंसा और नफरत खत्म करने,
महोब्बत व भाईचारे की नींव मजबूत करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा का अभियान लिया है।
हम हिंसा और नफरत का मुकाबला प्रेम और भाईचारे से देंगे।
चार हजार किमी की यात्रा में बारिश, गर्मी
और ठंड सहने की शक्ति हमें देशवासियों
ने दी है।
इस यात्रा में मेरा अहंकार भी कम हुआ है।
मुझे नन्ही बेटियों, बहनों और माताओं ने प्रेम – स्नेह और शक्ति का पाठ दिया है।
कश्मीरियत भी शैव मत की तरह अहंकार को शून्य, फनाँ करने का संदेश देती है।
मेरे परिवार जन वर्षों पहले कश्मीरियत का संदेश फैलाने गंगा किनारे इलाहाबाद पहुंचे थे।
आज मैं अपने घर कश्मीर लौटा हूं।
मैं सरकारी आवास में रहा और आज भी मेरा घर नहीं है।
घर मेरे लिए एक सोच है !
कश्मीरियत की सोच देश के अन्य धर्म गुरूओं की तरह भाईचारे, प्रेम और शांति का संदेश देती है।
आज सांसद राहुल गांधी कश्मीरी पोशाक फिरन और टोपी पहने दिखे।
राहुल गांधी अपने नए कार्यक्रम से पहले विश्राम करना चाहते हैं।
निरंतर बर्फबारी के बीच जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, तमिलनाडु, बंगाल के नेता, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़से, प्रियंका गांधी, भारत और प्रदेश यात्री, मीडिया कर्मी और सुरक्षा बलों के जवान बर्फबारी के बीच भी डटे रहे।
भारत जोड़ो यात्रा की अंतिम रैली का समापन राष्ट्रगीत के साथ हुआ।
– भूपत सिंह बिष्ट