अयोध्या राम मंदिर में नौ दिन तक रामायण पाठ आरम्भ !
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए प्राण न्यौछावर करने वाली हुतात्माओं हेतु शांति पाठ।
अयोध्या राम मंदिर में नौ दिन तक रामायण पाठ आरम्भ !
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए प्राण न्यौछावर करने वाली हुतात्माओं हेतु शांति पाठ।
रामायण पाठ की मान्य विधि को नवान्नह पारायण कहा जाता है और नौ दिन तक
चलने वाले रामायण पाठ का आरंभ और विश्राम निश्चित स्थान पर तय है।
श्री राम जन्म भूमि क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री और विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चम्पत राय जी ने
जानकारी दी है – अगले नौ दिनों तक श्री राम मंदिर परिसर में वाल्मिकी रामायण
और राम चरित मानस का पाठ आयोजित है।
3 अक्तूबर से 11 अक्टूबर तक वाल्मीकि रामायण, स्थान- मन्दिर राम निवास तथा
राम चरित मानस ,राम जन्मभूमि दर्शन मार्ग पर नवान्नह पारायण ,
प्रातः काल 9 बजे से प्रारम्भ है।
नवान्नह पारायण में पहला विश्राम – बालकाण्ड मंगलाचरण 120 दोहे तक ,
दूसरा विश्राम – बालकाण्ड दोहा 120 से 239 , तीसरा विश्राम – बालकाण्ड पूर्णाहूति ,
चौथा विश्राम – अयोध्याकाण्ड मंगलाचरण 116 दोहे तक, पांचवा विश्राम – अयोध्याकाण्ड 236 दोहे तक ,
छठा विश्राम – अयोध्याकाण्ड से अरण्यकाण्ड 29 दोहे तक,
सातवां विश्राम – अरण्यकाण्ड से लंकाकाण्ड 12 दोहे तक,
आठवां विश्राम – लंकाकाण्ड से उत्तरकाण्ड और नवां विश्राम – उत्तरकाण्ड से पूर्णाहूति तक
संपन्न होना है।
विगत 500 वर्षों में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए आत्मोत्सर्ग करने वाले
हुतात्माओं की आत्म शांति के लिए ये आयोजन है।
उल्लेखनीय है – श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर की रक्षा व पुनः प्राप्ति के लिए एक लम्बा
जन आंदोलन और जन जागरण अभियान पिछली पांच सदी से जारी रहा है।
पदचिह्न टाइम्स।