जम्मू -कश्मीर में चुनावी सरगर्मी बढ़ाने पहुंचे नेता विपक्ष राहुल गाँधी !
देश में पहली बार किसी प्रान्त को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया – अब लोग अपनी आवाज़ बुलंद करें।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गाँधी चुनाव की सरगर्मियाँ बढ़ाने के
लिए जम्मू – कश्मीर के दौरे पर हैं।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा के बाद राहुल गाँधी एक लोकप्रिय जननेता के रूप में
उभर चुके हैं। पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के वारिस के रूप में राहुल गाँधी को
जम्मू -कश्मीर में खासा जनसमर्थन मिला है।
चुनाव अधिसूचना के पहले दिन राहुल गाँधी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से
सीटों के तालमेल पर चर्चा की।
अपने सम्बोधन में सांसद राहुल गाँधी ने कहा – कांग्रेस की विचारधारा ने मोदी के आत्मविश्वास
को हरा दिया है।
देश में पहली बार किसी स्टेट को यूनियन टेरीटरी बनाया गया है। लोकसभा चुनाव के बाद अब
जम्मू – कश्मीर की जनता अपनी आवाज़ जगजाहिर करेगी।
मेरा जम्मू -कश्मीर से खून का रिश्ता है। हम बीजेपी की नफरत को महोब्बत से हरा देंगे।
कांग्रेस बब्बर शेर कार्यकर्ताओं का परिवार है।
इंडिया गठबंधन के राष्ट्रीय स्तर पर भले ही नेशनल कांफ्रेंस और पी डी पी – पीपुल डेमोक्रेटिक पार्टी
कांग्रेस के साथ हैं लेकिन जम्मू – कश्मीर में मेहबूबा मुफ़्ती और अब्दुल्ला परिवार की अदावत जगजाहिर
है। पी डी पी अब कांग्रेस से सीटों का तालमेल करने को तैयार है।
कांग्रेस से अलग हुए गुलाम नवी आज़ाद की पार्टी लोकसभा चुनाव में हाशिये पर रही और
विधान सभा चुनाव से पहले इसके बड़े नेता फिर कांग्रेस में लौट रहें हैं।
- भूपत सिंह बिष्ट