
पाकिस्तानियों को नहीं मिलेगा अब नया वीसा !
पहलगाम आतंक के जवाब में भारत ने कई श्रेणियों के वीसा रद्द कर पाकिस्तानियों को वापस भेजा।
केंद्रशासित जम्मू – कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकी गतिविधि में
26 नागरिकों की हत्या का हर्जाना पाकिस्तान को चुकाना पड़ा है।
मंगलवार, 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन बुग्याल में 26 भारतीय और विदेशी
पर्यटकों की पाकिस्तानी समर्थक आतंकवादियों ने नृशंस हत्या कर दी थी और
17 घायल हुए हैं।
गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने 24 घंटे में कठोर कदम उठाते हुए
पाकिस्तान को घुटनों के बल ला दिया है।
पूरे विपक्ष ने सरकार की सभी कार्रवाई को अपना एक सुर में समर्थन देकर
पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों को मुँहतोड़ जवाब देने का अनुरोध किया।
सरकार ने तत्काल प्रभाव से कई श्रेणियों के वीसा निरस्त कर पाकिस्तानियों को
अपने देश लौटने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सभी राज्यों को सुनिश्चित करने के आदेश हैं कि कोई पाकिस्तानी शार्ट वीसा पर
देश में न रहने पाये। पाकिस्तानी दूतावास के कर्मचारी कम कर दिए गये हैं और नया वीसा किसी भी
पाकिस्तानी को जारी करने पर रोक लगा दी गई है।
पाकिस्तान की तमाम कारगुजारियाँ उसे अब दुश्मन देश घोषित करने की
ओर बढ़ रही हैं।
भारत ने साठ साल पुरानी सिंधु नदी संधि को होल्ड पर लेकर पाकिस्तान को
सबसे कड़ा जवाब दिया है।
जल शक्ति मंत्री ने कहा है कि आतंकवाद का पोषण करने वाले पाकिस्तान के लिए
अब सिंधु नदी का एक बूँद जल नहीं दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है – भारत से पाकिस्तान की ओर बहने वाली सिंधु नदी वहाँ 25 फीसदी
जीडीपी अर्जन में सहयोग करती है।
हमारी सिंधु नदी में झेलम, चैनाब, रावी, ब्यास और सतलुज नदियों का संगम है और
पाकिस्तान की 80 फीसदी खेती और पेयजल भारत की इन्हीं नदियों के जल पर निर्भर है।
भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि क्रास बार्डर आतंकवाद फैलाकर
पाकिस्तान हमारी सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। ऐसी दशा में सिंधु जल संधि पर
रोक लगाना आवश्यक हो गया है।
बार्डर सिक्योरिटी फोर्स ने भी पंजाब के अटारी – बाघा, हुसैनीवाला और अन्य स्थान पर
बिटिंग रिट्रीट सैरिमनी को बंद कर दिया है। अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के साथ दूरी बनाकर इंटरनेशनल अटारी बार्डर बंद कर दिया गया है।
– भूपत सिंह बिष्ट।