श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में दिव्य -भव्य राम मंदिर का तय समय में लोकार्पण !
श्री राम लला , अलौकिक भगवान राम , प्रथम तल पर विहंगम राम दरबार सबकुछ नयनाभिराम ।

श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में दिव्य -भव्य राम मंदिर का तय समय में लोकार्पण !
श्री राम लला , अलौकिक भगवान राम , प्रथम तल पर विहंगम राम दरबार सबकुछ नयनाभिराम ।
प्रस्तुति – भूपत सिंह बिष्ट ।
भारत की आध्यात्मिक शक्ति श्री राम का तीर्थ स्थल अयोध्या मे नई ऊर्जा और भव्यता से उभर आया है ।
आज नित्य हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए कतार बद्ध होकर पुण्य लाभ प्राप्त कर रहें हैं ।
दिव्यान्ग श्रद्धालुओं के लिए पहियेवाली कुर्सी पर अलग कतार श्री राम तीर्थ मंदिर को विशिष्ट पहचान दे रहा है ।
भू तल पर भावपूर्ण मुद्रा में बालक श्री राम जी की भव्य छवि आँखों में रच-बस जाती है । श्री चरणों में अर्चना के
बाद निचली पायदान पर भगवान श्री राम लला जी के दर्शन , लक्ष्मण , भरत और शत्रुघ्न के साथ उपलब्ध हैं ।
सबसे नीचे अर्चक की भूमिका मे हनुमान जी की नन्ही प्रतिमा विद्यमान है ।
भगवान श्री राम का नित्य शृंगार भी आराधना की एक शानदार अभिव्यक्ति है । श्री राम मंदिर दर्शन के लिए
सुबह सात बजे से लेकर रात्री नौ बजे तक कुल सात चरणों में दर्शन पास आधार कार्ड जैसे पहचान पत्र पर
जारी किए जाते हैं ।
मंगल आरती प्रात : चार बजे , शृंगार आरती सुबह 6 बजे और साँय आरती 10 बजे रात्री में
सम्पन्न होती है ।
प्रथम तल पर भगवान श्री राम दरबार का मनमोहक मंदिर सजाया गया है और यहाँ नित्य पूजा – अर्चना जारी है ।
यह तल अभी सुरक्षा कारणों से बंद है और जल्दी ही आम श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिया जाएगा ।
श्री राम तीर्थ क्षेत्र में पौराणिक कुबेर टीला भी महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल है । माना जाता है कि वैभव के देवता कुबेर ने
यहाँ भगवान शिव की स्तुति की है । इसके अलावा जटायु और गिलहरी की प्रतिमायें अपनी राम कथा का पाठ करती
अपना ध्यान आकृष्ट करती हैं ।
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र को पूर्णता प्राप्त करने में अभी दो -तीन साल का समय और लगना है । अभी परकोटे
सजाने , अन्य मंदिर निर्माण , सुरक्षा दीवारें , पथ निर्माण तथा श्री राम से जुड़ी अन्य कथाओं का बाटिका में निरूपण
और तीर्थ परिसर को हरीतिमा देने के प्रयास जोरशोर पर हैं । तीर्थ परिसर में श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा देने के लिए
अपोलो अस्पताल ने जिम्मेवारी ली है ।
निसंदेह भारत ने अब पूरे विश्व के सनातन श्रद्धालुओं हेतु श्री राम तीर्थ का अनुपम करिश्मा व अध्यात्म धरोहर
को सहेज दिया है । अयोध्या में दिव्य -भव्य श्री राम तीर्थ स्थली स्थापना के लिए आज देश के सर्वश्रेष्ठ नागरिक ,
अलंकारिक मूर्तिकार , वास्तु विशेषज्ञ ,इंजीनियर , मिस्त्री अनगिनित संख्या में अपना योगदान दे रहें हैं ।
धर्माचार्यों , विद्वानों और कुशल विज्ञानिकों ने पूरे संसार में श्री राम महिमा अक्षुण्ण रखने के लिए यह बीड़ा उठा रखा है ।
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि आंदोलन की सफलता के बाद दिव्य -भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण विश्व हिन्दू परिषद
के लिए चुनौती रहा है । श्रद्धेय अशोक सिंघल जी की छाया बनकर रहे आदरणीय चंपत राय जी को श्री राम जन्मभूमि
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में महासचिव का दायित्व मिला है और शनै – शनै श्री राम मंदिर का सपना फलीभूत हो चला है ।

केंद्र सरकार द्वारा फरवरी 2020 में स्थापित ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास जी अध्यक्ष की महती भूमिका में हैं । विगत पाँच
वर्षों में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अथक प्रयासों से काफी कुछ श्री राम तीर्थ स्थान को मूर्त रूप दे दिया है । आज यहाँ
नित्य क्रम मे पूजा – आरती के लिए हजारों की संख्या मे प्रभु सिया राम के भक्त जुटते हैं ।
ट्रस्ट तीर्थ स्थल पर अर्चना के लिए पुजारियों – अर्चकों को प्रशिक्षित करने का अभियान भी चला रहा है । अनेक चुनौतियों
को जैसे जमीन अधिग्रहण , अयोध्या में मार्गों का चोड़ाकरण , जल प्रबंधन , एयरपोर्ट , विकास प्राधिकरण आदि
सुलटा भी लिए गए हैं ।
कोई शक की बात नहीं है कि देश आज बद्रीनाथ धाम , जगन्नाथ धाम , द्वारका धाम और रामेश्वरम धाम के बाद अब
श्री राम तीर्थ धाम को प्राप्त कर धन्य महसूस कर रहा है ।
पदचिह्न टाइम्स ।