खबरसारविविधशिक्षा/ कैरियर/ युवा

संसद के शीतकालीन सत्र में बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टो करेंसी पर कानून !

क्रिप्टो करेंसी से जुड़े तमाम डोमिस्टिक सर्वर और एक्सचैंज डाटा की जांच हो।

संसद के शीतकालीन सत्र में बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टो करेंसी पर कानून !
क्रिप्टो करेंसी से जुड़े तमाम डोमिस्टिक सर्वर और एक्सचैंज डाटा की जांच हो।

स्वदेशी जागरण मंच, आरएसएस की प्रमुख संस्था ने केंद्र सरकार को सचेत किया है कि समय रहते वर्चुएल करेंसी के धंधे से जुड़े तमाम डाटा, माइनिंग, प्रोसेसिंग, ट्रांजेक्सन सर्वर और एप का डाटा गायब होने से पहले केंद्रीय एजैंसिया अपनी तैयारी रखें।

प्रधानमंत्री मोदी ने 13 नवंबर को क्रिप्टो करेंसी मामले पर हुई मीटिंग की अध्यक्षता की है।

15 नवंबर को वित्त जानकार सांसद जयंत सिन्हा की अध्यक्षता में क्रिप्टो करेंसी विषयक बैठक में विस्तार से चर्चा हो चुकी है।

स्वदेशी जागरण मंच के संयोजक अश्विनी महाजन क्रिप्टो करेंसी को मुद्रा के समकक्ष रखने के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि इस आभासी मुद्रा का उपयोग और निवेश करने वाले गुप्त बने हुए हैं।

कोई भी देश अपनी मुद्रा के सापेक्ष वर्चुएल करेंसी के धंधे को पनपा नहीं सकता है क्योंकि यह करेंसी काला बाजार से सीधे जुड़ी बतायी जाती है।

क्रिप्टो करेंसी का संभावित उपयोग ड्रग माफिया, अवैध धंधो और गुंदागर्दी के बीच तेजी से फलफूल रहा है।
संसद के शीत सत्र में क्रिप्टो करेंसी पर कानून लाकर देश की सुरक्षा, बेहतर कर प्रणाली को विकसित किया जा सकता है।

आईटी के जटिल जंजाल से उभरी वर्चुएल करेंसी बिट क्वाइन, सोलाना, इथीरियम जैसी सैकड़ों वर्चुएल करेंसी अब विश्व भर के कंप्यूटरों में धंधा फैला चुकी हैं ।

2008 से अब तक इस का मूल्यांकन लाख गुना तक बढ़ने के दावे किए जाते हैं और इस का तोड़ निकालने में सभी सरकारें सक्रिय हैं।

फिलहाल चीन ने अपनी क्रिप्टो करेंसी को उतारा है और अन्य वर्चुएल करेंसी में निवेश अपराध है।
पदचिह्न टाइम्स।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!