बैंकों में खाली एक लाख नौकरी दो , नहीं तो करेंगे अब हड़ताल !
आल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन द्वारा ग्राहक सेवा सुधारने हेतु बैंकों में भर्ती की मांग।
भारत की सबसे बड़ी बैंक यूनियन एआईबीइए ने इंडियन बैंकर्स एसोसिएशन और सरकार को चेताया है कि
सरकारी और प्राइवेट बैंकों में खाली एक लाख पद जल्दी भरें जाएँ।
आल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के महामंत्री सी एच वेंकटाचलम ने चेन्नई में मांग दोहरायी है कि
सरकार बैंकों में रिक्रूटमेंट में तेजी लाये।
सरकारी और प्राइवेट बैंकों में खाली एक लाख नौकरियों के चलते बैंक कामकाज और ग्राहक सेवा बुरी
तरह से प्रभावित हो रही है।
पिछले वर्षों से बैंकों में भर्ती जानबूझकर धीमे की गई है और बैंक की आवश्यक सेवायें बाधित हो
रही हैं। स्टाफ में कमी के चलते बैंक अपने ऋणों की वसूली में पिछड़ रहें हैं और एनपीए – ऋण खाते डूब रहें हैं।
कॉरपोरेट और व्यक्तिगत ऋण 14.56 लाख करोड़ राशि के राइट ऑफ हुए है तथा सरकार अपने
चेहते उद्योगपतियों को हेअरकट – स्कीम का लाभ देकर 74 फीसदी तक ऋण माफ़ी दे रही है।
बैंक के साथ ऋण का धोखा करने वाले लोगों और कंपनियों के नाम उजागर किये जाएँ और
देश के संसाधन की लूट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाये।
महामंत्री सी एच वेंकटाचलम ने बताया – बैंक पक्की नौकरी देने की जगह टेम्पररी और
आउटसोर्स को बढ़ावा दे रही है। एआईबीइए जल्दी ही आल इंडिया बैंक हड़ताल की तारीख
घोषित कर देगी।
- भूपत सिंह बिष्ट