मोबाइल फोन इंटरनेट अब मजा नहीं – सजा भी !
साइबर क्राइम आनलाइन धोखाधड़ी से बचना है तो जागरूक रहिये - तृप्ति भट्ट एसएसपी।
मोबाइल फोन इंटरनेट अब मजा नहीं, सजा भी !
साइबर क्राइम आनलाइन धोखाधड़ी से बचना है तो जागरूक रहिये – तृप्ति भट्ट एसएसपी।
टिहरी जनपद की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने आनलाइन धोखाधड़ी और साइबर क्राइम की जानकारी देने के लिए एक वीडियो जारी किया है।
पूरे देश में साइबर क्राइम जागरूकता हेतु विशेष अभियान चलाय जा रहे हैं। आजकल मार्केटिंग से लेकर भुगतान सब आनलाइन मोबाइल फोन इंटरनेट सेवा द्वारा चल रहा है और युवा वर्ग इस में ज्यादा शामिल हैं।
साइबर अपराधी इस का फायदा उठाकर बैंक खाते, डेबिट – क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर रोजाना करोड़ों की ठगी करने में सफल हो रहे हैं। पूरे संसार में साइबर क्राइम या आनलाइन धोखाधड़ी के अपराध अब पहले नंबर पर हैं।
श्रीमती तृप्ति भट्ट ने नागरिकों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए ठगी से बचने के लिए आगाह किया है कि आप के फोन पर अजनबी लोग; बैंक- इंशयोरेंस- अधिकारी बनकर आधे घंटे के भीतर केवाईसी या जानकारी अपडेट करने का दबाव बनाने की फर्जी काल कर रहे हैं।
जबकि सरकारी विभाग आप से फोन पर समाधान नहीं बल्कि कार्यालय आने को कहते हैं। कई बार आप की लाटरी, उपहार के नाम पर एक रूपये की राशी बैंक डिटेल चैक करने के लिए मांगी जा रही है। विदेश जाने को उत्सुक अधिकांश लोग अक्सर एनआरआई के झांसे में आकर आनलाइन धोखाधड़ी के शिकार बन रहे हैं।
फर्जी वैबसाइट बनाकर भारी छूट पर सामान खरीदने – बेचेने का लोभ जगाकर साइबर ठग एक रूपये की ट्रांजेक्शन के बहाने पूरा बैंक खाता खाली कर रहे हैं। सस्ते लोन के बहाने आप के जरूरी दस्तावेज, संपत्ति विवरण हासिल कर के आप की जानकारी का धोखाधड़ी में उपयोग हो रहा है सो आनलाइन अपने आधार – पैन – वोटर कार्ड आदि की जानकारी शेयर ना करें।
इसलिए किसी वैबसाइट पर लेन – देन करने से पहले https// और ताले का लोबो हमेशा चैक कर लें। अनजानी जगह पर अपना मोबाइल चार्ज ना करें और नाही मुफ्त के इंटरनेट का लोभ करें – अन्यथा आप के मोबाइल की तमाम जानकारी साइबर अपराधियों तक पलक झफकते पहुंच सकती है और आप ब्लैकमेल या आर्थिक ठगी का शिकार बन सकते हैं।
अनजाने लिंक या ई मेल खोलने से आप के फोन पर मालवेयर डाला जा सकता है और आप की सारी जानकारी ठग हासिल कर लेते हैं।
किसी को भी फोन पर ओटीपी या पिन की जानकारी ना दें। एटीएम इस्तेमाल करते हुए किसी को भी अंदर ना आने दें और ना ही अपना एटीएम कार्ड दूसरों को छूने दें। एटीएम कार्ड बदलकर ठगी की घटनायें सब से ज्यादा ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में देखी जा रही हैं।
पंजाब नैशनल बैंक ने साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक किया है – कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता है सो लालच में ना आयें – मुफ्त या भारी छूट के नाम पर आप के साथ साइबर ठगी हो सकती है। अपने बैंक खाते की जानकारी निरंतर लेते रहे और समय से अपना पासवर्ड और पिन बदलने की आदत अपनायें।
किसी अनजाने लिंक पर क्लिक करने से आप के फोन पर ठगी के लिए वायरस डाला जा सकता है। किसी अनजानी मेल को खोलने से हमेशा परहेज रखें। सर्विस प्रोवाइडर बनकर आप के सिस्टम में वायरस डालना आजकल सहज है सो मोबाइल इंटरनेट का उपयोग करते हुए जागरूक रहें – आप के फोन से बैंकखाते में सैंध लगायी जा सकती है।
साइबर ठगी का शिकार होने पर बिना समय गंवाये – 155260 डायल करें या www.cybercrime.gov.in पर या पुलिस में तुरंत रिपोर्ट करें।
पदचिह्न टाइम्स।