पौड़ी जिले के 193 बैंको में जमा हैं 9763 करोड़ लेकिन ऋण बंटा 2296 करोड़ !
उत्तराखंड को सबसे अधिक मुख्यमंत्री देने वाले पौड़ी गढ़वाल का क्रेडिट - डिपोजिट रेशो मात्र 24 प्रतिशत !

पौड़ी जिले के 193 बैंको में जमा हैं 9763 करोड़ लेकिन ऋण बंटा 2296 करोड़ !
उत्तराखंड को सबसे अधिक मुख्यमंत्री देने वाले पौड़ी गढ़वाल का क्रेडिट – डिपोजिट रेशो मात्र 24 प्रतिशत !
किसी भी जनपद, प्रांत या देश में आर्थिक विकास के लिए ऋण और जमा अनुपात में बराबरी होना प्रमुख आवश्यकता है।
यह पौड़ी जनपद का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि 21 वर्षीय नए राज्य उत्तराखंड में सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री देने के बावजूद यह जनपद सीडी रेश्यो में पिछड़ा हुआ है।
जनरल भुवन चंद्र खंडूडी, रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते बैंक सेवाओं का विस्तार तो हुआ लेकिन आम लोगों को इन बैंकों की शाखाओं से ऋण वितरण में हील हवाली हुई है।
स्वाभाविक है – इन बैंकों ने डिपाजिट उत्तराखंड से लिया लेकिन ऋण निवेश दूसरे राज्यों में किए हैं।
बैंकों में जमा अकूत करोड़ों की जमा और ऋण का अनुपात विगत सितंबर माह के आंकड़ों के अनुसार मात्र 23.52 तक पहुंच पाया है।
गढ़वाल जनपद में 18 बैंकों की 193 शाखायें मौजूद हैं। इन बैंकों में कुल जमा 9763 करोड़ है लेकिन वितरित ऋण मात्र 2296 करोड़ रूपये के हैं।
इन आंकड़ों से समझा जा सकता है कि आत्म निर्भर होने के लिए युवाओं को अधिक से अधिक स्वरोजगारपरक योजनाओं की आवश्यकता है लेकिन इन बैंकों से ऋण पाना आसान नहीं है।
पौड़ी जनपद में स्टेट बैंक की 47, उत्तरांचल ग्रामीण बैंक की 41, जिला सहकारी बैंक 26, पीएनबी 22 और केनरा बैंक की 14 शाखायें काम कर रही हैं। शेष 13 बैंकों की शाखायें दस से कम हैं।
स्टेट बैंक बैंक 4428 करोड़ जमा हैं लेकिन ऋण 725 करोड़ के बांटे गए हैं – बैंक में कुल जनपद डिपोजिट का 45 प्रतिशत है लेकिन सीडी रेश्यो 16.38 है।
भारत के दूसरे बड़े बैंक पीएनबी में 1415 करोड़ पौड़ी जनपद के जमा हैं लेकिन ऋण 200 करोड़ के ही वितरित किए गए हैं और ऋण व जमा अनुपात 14 प्रतिशत है।
इन आंकड़ो से पिछले 21 सालों की आर्थिक प्रगति को आसानी से समझा जा सकता है। हमारे पूर्व मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री बैंकों का उपयोग युवाओं को रोजगार दिलाने में ढिलाई करते रहे हैं।
— भूपत सिंह बिष्ट