भाजपा भी कांग्रेस की राह पर माई वे, नहीं तो हाई वे !
चौधरी बिरेंद्र सिंह, मेनका गांधी, वरूण गांधी, सिद्धार्थ नाथ सिंह, विनय कटियार, राजवीर सिंह राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 80 सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित कर दी है और ऐसा लगता है कि भाजपा में विरोध या सलाह के स्वर अब स्वीकार्य नहीं हैं।
80 में से 37 सदस्य मोदी सरकार में मंत्री हैं लेकिन किसान आंदोलन से सहानुभूति रखने वाले हरियाणा के बड़े नेता और पूर्व मंत्री चौधरी बिरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री मेनका गांधी ने अपनी पूर्व लोकसभा सीट पीलीभीत के किसानों की आवाज़ में सुर मिलाने पर बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
पीलीभीत के वर्तमान सांसद वरूण गांधी खुलकर पीलीभीत कांड के वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित कर चुके हैं और योगी सरकार को मृतक किसानों को एक करोड़ मुआवजा और सीबीआई जांच की मांग बार – बार उठाकर भले ही अपने वोटरों की वाजिब मांग उठा रहे हैं लेकिन पार्टी ने उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
पहले वरूण गांधी और मेनका गांधी भाजपा के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ परिवार और कांग्रेस पार्टी की खिलाफत में एक बड़ी भूमिका निभाते आए हैं।
कल्याण सिंह के बेटे सांसद राजबीर सिंह भी बाहर रखे गए हैं। राजबीर को लोधी वोट बैंक का प्रतिनिधि माना जाता है।
फिलहाल मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी को स्थान मिला है। इन के अलावा 50 विशेष और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य भी भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हैं।
प्रस्तुति ईना बहुगुणा