सीएम धामी ने पिथौरागढ़ आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया
सीएम धामी ने पिथौरागढ़ आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पिथौरागढ़ के आपदा प्रभावित क्षेत्र तोक जामुनी, तोक सिराओडार का जायजा लिया। उन्होंने आपदा प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात की और संबंधितों को राहत राशि के चेक भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावितो की हर सम्भव मदद करेगी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज खटीमा के बंडिया क्षेत्र में आयोजित बहुउद्देश्यीय शिविर में प्रतिभाग किया और जनसमस्याओं का निस्तारण किया। कार्यक्रम में सांसद श्री अजय टम्टा ने भी शिरकत की।
उन्होंने कहा कि हमने विधानसभा सत्र के दौरान सतत विकास को लेकर काफी बिन्दुओं पर गहन चर्चा की। हमारी सरकार विशेषतः तीन बिन्दुओं सरलीकरण, समाधान व निस्तारण पर कार्य करेगी। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्यों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन करें एवं कार्य को विधानसभा या जनपद स्तर पर ही निस्तारण कर लिया जाए। सरकार का लक्ष्य अग्रिम दस वर्षों में उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर लाना है।
आज सीएम का रात्रि प्रवास खटीमा में, कल सुबह उत्तराखंड शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
खटीमा-पीलीभीत सड़क मार्ग के राष्ट्रीय राजमार्ग बनने को लेकर मुख्यमंत्री श्री धामी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी का आभार जताते हुए कहा कि जल्द ही सड़क का विधिवत कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही नानकमत्ता क्षेत्र में हैली सेवा शुरू की जाएगी साथ ही उन्होंने खटीमा में श्रद्धालुओं हेतु विश्राम गृह बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि खटीमा पर स्टेट राज्यमार्ग- 70 जिसका प्रथम चरण पास हो चुका है उस पर शीघ्र ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा।
मेलाघाट क्षेत्र में इस छठ पूजा से पहले एक भव्य छठ पूजा घाट का निर्माण कर लिया जाएगा। जगबूड़ा पुल को लेकर नेपाल से बात की जाएगी अगर बात बनती है तो जल्द ही पुल का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि भारामल मन्दिर के सौन्दर्यीकरण के प्रथम चरण का काम शुरू कर दिया गया है। झनकईया तथा शारदा घाट का भी सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। वन चेतना मैदान चकरपुर में स्टेडियम का निर्माण भी शीघ्र कर लिया जाएगा। खटीमा बाईपास का निर्माण भी प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि खटीमा मिनी इंडिया अथवा लघु भारत है, इसे कौमी एकता का गुलदस्ता भी कहा जा सकता है। खटीमा क्षेत्र में आगामी दस दिनों में जमीनों से जुड़े सारे विवाद समाप्त करने की कोशिश की जाएगी।
पदचिह्न टाइम्स