क्रेडिट कार्ड – यह आवश्यक सावधानियां जरूरी !
भारत में क्रेडिट कार्ड बाजार प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की तेजी से बढ़ रहा है !
क्रेडिट कार्ड – यह आवश्यक सावधानियां जरूरी !
भारत में क्रेडिट कार्ड बाजार प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की तेजी से बढ़ रहा है !
संदीप एम खानवलकर।
एक सर्वे के अनुसार भारत में क्रेडिट कार्ड का बाजार प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की तेजी से बढ़ता जा रहा है और लगभग सभी बैंक क्रेडिट कार्ड का उत्पाद बाजार में उतार चुके हैं।
क्रेडिट कार्ड का उपयोग निरंतर आम जीवन में बढ़ता जा रहा हैै -ऐसे में जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड से जुड़ी आवश्यक सावधानियां का पालन हो ताकि क्रेडिट कार्ड अधिकतम फायदेमंद साबित हो।
आज की युवा पीढ़ी में क्रेडिट कार्ड का उपयोग तेजी से बढ़ा है। वास्तव में आन लाइन शापिंग हो या रेस्ट्रां बिल का भुगतान क्रेडिट कार्ड ना सिर्फ बहु उपयोगी है, अपितु अपने पांव अपनी चादर से बाहर पसारने की भी सुविधा देता है यानि आप के पास गाहे – बगाहे पैसा उधार पाने की एक प्लास्टिक मनी।
क्रेडिट कार्ड, किसी बैंक द्वारा जारी किया गया ऐसा उपकरण है – जिस में आप तय सीमा तक धन खर्च कर सकते हैं और यह आज खरीदें और बाद में भुगतान करें यानि Buy now , pay later – सिद्धांत पर काम करता है।
निश्चय ही क्रेडिट कार्ड एक आकर्षक प्राडक्ट है – इस में तीन तारीख बहुत महत्वपूर्ण हैं। एक – बिल अवधि, दो – बिल की भुगतान तिथि, और तीन – बिल जारी करने की तिथि।
बिल्कुल साफ है कि क्रेडिट कार्ड की देय राशि का भुगतान बिल की देय तिथि तक कर दिया जाता है, तो कोई ब्याज देय नहीं होता है। यानि ग्राहक को बिना ब्याज के क्रेडिट कार्ड से राशि मिल जाती है।
यदि आप लंबे समय तक क्रेडिट कार्ड के अधिकतम फायदे लेना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखें – हमेशा अपनी क्रेडिट लिमिट का ध्यान रखें। यदि आप क्रेडिट कार्ड की अधिकतम सीमा तक उपयोग करते हैं तो आप की वित्तिय हालत डांवाडोल है और आप जल्दी ही आर्थिक मंदी में फंस सकते हैं।
आप को क्रेडिट लिमिट बढ़ाने या क्रेडिट कार्ड के नवीनीकरण में मुश्किलें आ सकती हैं। क्रेडिट कार्ड बिना किसी सिक्योरिटी के जारी किए जाते हैं और यदि आप वित्तिय अनुशासन का पालन नहीं कर पाते हैं तो क्रेडिट कार्ड आप के लिए अभिशाप बन सकता है। बैंक आप की क्षमता के अनुरूप क्लीन क्रेडिट की सुविधा देता है लेकिन बिना सिक्योरिटी के उधार को वसूलने के लिए कानून और सिस्टम सब बैंक के साथ हैं।
क्रेडिट कार्ड की देय राशि का भुगतान हमेशा एक मुश्त चुकता करना जरूरी है। अन्यथा न्यूनतम राशि का भुगतान करने की दशा में आप को ब्याज के साथ अन्य प्रभार चुकाने पड़ते हैं और यह हमेशा कष्टप्रद साबित होता है।
हमेशा क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान देय तिथि से एक या दो दिन पूर्व करने की आदत बनायें – ऐसा करने से बैंक अवकाश और क्लीयरिंग में लगने वाले समय की देरी से आप बच जाते हैं और क्रेडिट कार्ड उपयोग करने पर अतिरिक्त प्रभार से बचा जा सकता है।
देय तिथि पर क्रेडिट कार्ड का भुगतान ना करने से बैंक अब कार्ड इस्तेमाल की तिथि से ब्याज गणना आरंभ करता है और यह ब्याज दर 24 प्रतिशत से 36 प्रतिशत वार्षिक हो सकता है।
अक्सर देखा गया है कि क्रेडिट कार्ड का समय पर भुगतान ना कर पाने वाले ग्राहक कर्ज के मकड़जाल में फंस जाते हैं।
यदि आप एक से अधिक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हमेशा क्रेडिट कार्ड की बिल अवधि देखकर उपयोग करें ताकि अधिकतम अवधि के लिए ब्याज मुक्त राशि प्राप्त की जा सके।
देखा गया है कि आन लाइन क्रेडिट कार्ड का उपयोग अधिकतर जोखिम भरा हो सकता है – ऐसे में हर कार्ड की सीमा तय करके ही आन लाइन और आफ लाइन क्रेडिट कार्ड का उपयोग पोस मशीन (पांइट आफ सेल) और आन लाइन पैमेंट गेट वे पर करने की आदत बनायें। इस से क्रेडिट कार्ड के संभावित नुक्सान को कम किया जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किसी भी एटीएम से नकदी निकालने में बिलकुल भी नहीं करना चाहिए – यह सबसे मंहगा सौदा है क्योंकि हर बार आप से अतिरिक्त राशि बैंक वसूल करता है यानि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नकदी निकालने से हर बार बचना जरूरी है।
– संदीप एम खानवलकर।
Really good information for credit card users.