साइबर क्राइम : अब आधार कार्ड एप द्वारा बैंकों से धन चोरी के मामले !
आधार से जुड़े भुगतान सिस्टम से आंध्र, तेलांगना और कर्नाटक प्रदेशों में ठगी के मामले दर्ज ।
साइबर क्राइम : अब आधार कार्ड एप द्वारा बैंकों से धन चोरी के मामले !
आधार से जुड़े भुगतान सिस्टम से आंध्र, तेलांगना और कर्नाटक प्रदेशों में ठगी के मामले दर्ज ।
आधार से जुड़े भुगतान सिस्टम से एक बार में दस हजार और एक दिन में 25 हजार तक
निकाले जा सकते हैं।
अब इस एप का दुरपयोग कर साइबर क्रिमनल सक्रिय हो गए हैं।
ताजा मामले मंगलुरू में रिपोर्ट हुए हैं और यहां साइबर अपराधियों ने मोबाइल आधार कार्ड से
जुड़े बायोमेट्रिक डाटा तक पहुंच बनाने के लिए रजिस्ट्री आफिस का इस्तेमाल किया।
मंगलुरू रजिस्ट्री कार्यालय में जमीन – जायदाद की रजिस्ट्री कराने पहुंचे लोगों ने अपना
आधार कार्ड और अंगुलियों के छाप बैनामे में लगाये थे।
साइबर अपराधियों ने आन लाइन दस्तावेजों की नकल हासिल किए और खरीददारों के
आधार कार्ड और अंगुलियों के निशान का फर्जीवाड़ा कर के बैंक खातों से पैसे चोरी कर लिए।
मंगलुरू साइबर, आर्थिक और नारकोटिक थाने ने बिहार से तीन अपराधियों की धर पकड़
की है।
इन अपराधियों ने दस मामलों में आधार से जुड़े भुगतान सिस्टम का फर्जीवाड़ा करके
अगस्त से अक्टूबर माह के बीच 3 लाख 20 हजार की रकम उड़ा ली थी।
गिरफ्तार अपराधी दीपक कुमार 33 वर्ष, विवेक कुमार बिश्वास 24 वर्ष और
मदन कुमार की उम्र 23 वर्ष है।
आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम ( आधार से जुड़े भुगतान सिस्टम ) द्वारा फ्राड के 116 मामले
बंगलुरू में दर्ज हो चुके हैं।
कर्नाटक के दूसरे जिलों, आंध्र प्रदेश और तेलांगना में भी लोगों के आधार कार्ड और
अंगुलियों के निशान हासिल करके ठगी के मामले सामने आये हैं।
साइबर पुलिस ने आम जनता को आगाह किया है कि अपना बायोमिट्रिक आधार कार्ड को
हमेशा डायनेमिक लाक में रखे।
आवश्यकता पड़ने पर इस का इस्तेमाल करने के बाद बायोमिट्रिक डाटा लाक करना न भूलें।
अन्यथा साइबर ठग आप के बैंक खाते में सैंधमारी कर सकते हैं।
अब कर्नाटक रजिस्ट्री कार्यालय से बायोमिट्रिक निशान और आधार कार्ड की जानकारी वाले
पेज डाउनलोड नहीं किए जा सकेंगे।
रजिस्ट्री कराते हुए अब आधार कार्ड के अंतिम चार अंकों को दर्ज करने के निर्देश जारी हुए हैं
ताकि साइबर अपराधी कार्यालयों से आधार कार्ड और अंगुलियों के निशान हासिल न कर सकें।
— भूपत सिंह बिष्ट।