भारत जोड़ो पद यात्रा चौथा दिन : वो बुलेट की तरह चल रहा है !
तमिलनाडु में जन संपर्क करता हुआ कारवाँ आ पहुंचा है – केरल की राजधानी तिरूवंतपुरम की सीमा पर ।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की पैदल चाल के अब सभी नेता और आम जन मुरीद हो गए हैं।
उन में बुलैट सा स्टेमिना है ! कैलाश मानसरोवर पदयात्रा कर चुके सांसद राहुल गांधी दक्षिण भारत से अपनी देश व्यापी छवि गढ़ते नज़र आ रहे हैं।
चौथे दिन की पदयात्रा समाप्ति पर कांग्रेस के युवा सांसद चेहरे की तरो ताजगी सब के लिए अपने जीवन की ख्वाहिश बनी हुई है।
राहुल गांधी के साथ चल रहे साथी भारत यात्री, प्रदेश के अतिथि और जन सामान्य की भीड़ उन के जन संपर्क स्टेमिना और चाल के मुरीद हो गए हैं।
साथ चलने वाले मानते हैं कि हम एक बुलैट जैसे दमखम वाले मगर शांत और मनमोहक पर्सनलिटी के धनी राहुल गांधी के सान्निध्य में चल रहे हैं।
राहुल गाँधी की कन्याकुमारी से कश्मीर की पदयात्रा आज के राजनेताओं के लिए लम्बी लकीर है और इसकी बराबरी की लिए बीजेपी के पास सड़क पर मुकाबला करने वाला कोई नहीं हैं।
हाँ , ब्यानबीर जरूर अपनी हताशा जाहिर कर रहें हैं। अब जनता के मुद्दों के लिए रैली में भीड़ लाने की जगह खुद सड़कों और गलियों में विकास तलाशना होगा।
राहुल गांधी अब आम आदमी की तरह सड़क पर हैं और ये पदयात्रा अभी पांच माह तक निरंतर जारी रहनी है।
रोजाना बाईस किलो मीटर का सफर दो पाली में, सैकड़ों लोगों के साथ सुबह से बातचीत, मार्ग में बच्चों, युवा, बुजुर्ग महिला – पुरूषों के साथ मेल मिलाप का सिलसिला हर विश्राम स्थल में रात गए तक जारी रहता है।
साठ रेल डिब्बे जैसे कंटेनरों को ट्रक पर फिट किया गया है। भारत जोड़ो पदयात्रा के सहभागी राहुल गांधी की पूरी टीम के साथ इन में रात्री विश्राम करते हैं।
सुबह सात बजे तीन सौ भारत यात्रियों के कंटेनर अगले पड़ाव के लिए सबसे पहले रवाना किए जाते हैं।
ताकि दिनभर के थके मांदे भारत जोड़ो यात्री अगले दिन के लिए फिर तैयार हो सकें।
पदचिह्न टाइम्स।