बिना चर्चा लोकसभा में कृषि बिल हुए वापस – हंगामे से संसद बाधित !
मोदी सरकार ने बिल वापसी के कारण लोकसभा में नहीं बताये।
बिना चर्चा लोकसभा में कृषि बिल हुए वापस – हंगामे से संसद बाधित !
मोदी सरकार ने बिल वापसी के कारण लोकसभा में नहीं बताये।
आज मोदी सरकार को लोकसभा में भारी असुविधा हुई। विपक्ष ने तीन कृषि बिल वापस लेने पर सरकार से निरंतर चर्चा की मांग उठायी।
शीत सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों में सरकार को विपक्ष ने कई बार इतना गर्म कर दिया कि सदन को स्थगित करना पड़ा।
लोकसभा अध्यक्ष ने हाउस आर्डर ना होने पर चर्चा कराने में असमर्थता व्यक्त की लेकिन हंगामे के बीच लोकसभा में विवादित कृषि बिल वापसी का प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित करा दिया।
विपक्ष का आरोप है – अब तक सरकार 17 से अधिक मामलों में कानून वापस लेने पर चर्चा कराती रही है।
सरकार विपक्ष का मुंह बंद रखने के लिए चर्चा से भाग रही है। कांग्रेसी सांसद शशि थरूर नै संसद में चर्चा ना कराना लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है और मोदी सरकार संसद में चर्चा से भाग रही है।
अब राज्यसभा में कृषि कानून वापसी का प्रस्ताव लाया जाना है ताकि मोदी सरकार तीनो विवादित कृषि कानूनों को संवैधानिक शून्य बनाकर किसान आंदोलन समाप्ति का रास्ता साफ कर सके।
टीएमसी सांसद महुआ मैत्रो ने व्यंग्य किया है कि मोदी सरकार तीनो कृषि कानून जल्दबाजी से लोकसभा और राज्यसभा में लायी है।
काफी हंगामे के बीच पास कराये गए और अब उसी हंगामे के बीच वापस लिए जा रहे हैं। यह कैसे मास्टर स्ट्रोक ? बनाने पर और चुपचाप वापसी भी, ऐसा लगता है मोदी सरकार चुनाव से डर गई है।
पदचिह्न टाइम्स।