3000 किलो हीरोइन गुजरात पोर्ट पर जब्त : बड़ी मच्छलियां पकड़ से बाहर !
गिरफ्तार दस लोगों में सात विदेशी और तीन भारतीय।
सितंबर माह में डीआरआई अधिकारियों ने अब तक का सबसे बड़ा ड्रग मामला 3000 किलो मुंद्रा पोर्ट गुजरात में पकड़ा है और इस की जांच अब एनआईए के पास है।
हैरत की बात है कि कुछ ग्राम पकड़ के मामले को सुर्खी बटोरने वाले नेता, अधिकारी और पत्रकार इस मामले में शांत चित हैं।
डायरेक्टरेट आफ रेवन्यू इंटेलीजेंस ने दो कंटेनरों में – दो हजार किलो और 998 किलो हीरोइन को जब्त किया है – जिसे टेलकम पाउडर के नाम पर अफगानिस्तान से आयात किया गया।
इस मामले का खुलासा अभी नहीं हो पाया है कि अरबों – खरबों की ड्रग स्मगलिंग के पीछे आखिर कितने सफेदपोश छुपे हैं।
बताया जा रहा है कि आशी ट्रेडिंग कंपनी, विजयवाड़ा, आंध्रप्रदेश ने यह खेप टेलकम पाउडर की आड़ में आयात की है लेकिन कंपनी मालिक दम्पत्ति की माली हालत इतने बड़े कारोबार की नहीं है।
ड्रग इंपोर्ट करने वालो की गुमशुदगी बड़ी हैरत की बात है क्योंकि कदम – कदम पर इंट्री होती है और टैक्स चुकाना पड़ता है। यह ड्रग विदेशी मार्केट में 21 हजार करोड़ कीमत की बतायी जा रही है।
कंधार से इरान और इरान से मुंद्रा पोर्ट गुजरात में यह कंसाइनमेंट पहुंचा है और इस की सप्लाई दिल्ली की ओर बतायी जा रही है।
पकड़े गए अभियुक्तों में 6 अफगानिस्तानी एक उजबेकिस्तान का, विजयवाड़ा के पति – पत्नी सुधाकर व वैशाली और राजकुमार हैं।
सुधाकर और वैशाली के नाम फर्म बतायी जा रही है – जिस ने इंपोर्ट का कथित आर्डर दिया है। राजकुमार को ड्रग ट्रांसपोर्टर व विदेशी डील के आरोप में पकड़ा है।
पहले भी अफगानिस्तान और पाकिस्तान से इस पोर्ट पर माल का आयात हुआ है और गुजरात व आंध्र प्रदेश के बीच सप्लाई का कोई तुक नहीं है।
भारत की ज़मीन और बंदरगाह पर तीन हजार किलो हीरोइन ड्रग की खेप मंगाने वाले और खपाने वाले अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं।
अब मुंद्रा अडानी पोर्ट गुजरात में इरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आयात- निर्यात बंद करने की योजना बना रहे हैं।
प्रदेशों की पुलिस तीन हजार किलो ड्रग्स की खपत से हाथ झाड़ रही है कि यह अवैध मादक पदार्थ उन के राज्य के युवाओं को बरबाद करने के लिए नहीं पहुंचे हैं।
अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता के आते ही बड़े पैमाने पर विश्व में अवैध हीरोइन के सप्लायर अपना माल ठिकाने लगाने के लिए पाकिस्तान और अन्य देशों पर माल भेजने में जुटे थे।
पदचिह्न टाइम्स।