
आलोचना को सूचना मानकर स्वीकारना सीखें – बंशीधर तिवारी, महानिदेशक सूचना!
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उत्तरांचल प्रेस क्लब में विचार गोष्ठी एवं सम्मान समारोह।
आज हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उत्तरांचल प्रेस क्लब में विचार गोष्ठी और वरिष्ठ पत्रकारों
का सम्मान समारोह आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना और लोक सम्पर्क विभाग बंशीधर तिवारी ने आह्वान
किया – पत्रकारों की नई पीढ़ी हिंदी का सम्मान अक्षुण्ण रखे। आज नए पत्रकार राष्ट्र भाषा हिंदी का
स्वरूप बिगाड़ रहे हैं और धड़ल्ले से हिंदी वाक्यों में अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग चल रहा है।
पत्रकारों की हिंग्लिस भाषा राष्ट्रभाषा के प्रति सचेत नहीं है और अल्प ज्ञान के कारण शब्दों का
यह प्रयोग हिंदी पत्रकारिता के लिए कत्तई श्रेयकर नहीं है।
वरिष्ठ आईएस अधिकारी तिवारी जी ने कहा – पत्रकारिता में आलोचना को नकरात्मक न मानकर
इसे सूचना समझकर स्वीकार करें। लोकतंत्र में समाज को सुसंस्कृत और विकास उन्मुख बनाने के
लिए आलोचना आवश्यक है।
बंशीधर तिवारी जी ने पत्रकारिता की सीमा रेखांकित करते हुए कहा – रामायण के एक प्रसंग में हनुमान,
माता सीता का कड़ा लेकर भगवान श्री राम के सामने प्रस्तुत हुए। यदि कोई कड़े को घड़ा बनाकर अति विस्तार
देने लगे तो वह पत्रकार नहीं है।
पत्रकारों को भाषा और प्रस्तुतिकरण में धैर्य और अनुशासन का परिचय देना जरूरी है। राष्ट्रीय मुद्दों पर
हल्के प्रसंग उठाना गैर जिम्मेदाराना है।
जल्दी ही युवा पत्रकारों के प्रोत्साहन हेतु सोशल मीडिया के लिए भी उत्तराखंड में नई नीति निर्धारित
की जायेगी।
उत्तरांचल प्रेस क्लब के लिए नए भवन निर्माण की प्रक्रिया गतिमान है। नजूल भूमि को फ्री होल्ड करने के
लिए शासन में प्रस्ताव गतिमान है।
उत्तराखंड के पत्रकारों के लिए पैंशन और स्वास्थ्य बीमा की योजनायें भी विचाराधीन हैं। इस अवसर
पर प्रेस क्लब की पत्रिका गुलदस्ता का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर दर्जन भर पत्रकारों को प्रशस्तिपत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
पदचिह्न टाइम्स।