चमोली के करंट हादसे ने दिया पूरे उत्तराखंड को गहरा सदमा !
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में फैले करंट ने 16 अमूल्य जान ले ली अब सेफ्टी आडिट पर जोर।
चमोली गढ़वाल में नमामि गंगा परियोजना के तहद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की
लापरवाही ने 16 अमूल्य प्राण ले लिए।
मंगलवार सुबह करंट की चपेट में जान गंवाने वाले मृतक गणेश का पंचनामा
भरने गए पुलिस निरीक्षक प्रदीप रावत और तीन सहयोगी होमगार्ड दुबारा फैले
करंट की चपेट में आ गए।
ट्रीटमेंट प्लांट में विद्युत उपकरणों की अव्यवस्था ने सोलह व्यक्तियों की
असमायिक जान ले ली है। अब घटना की मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है।
चीफ सैक्रेटरी ने हर तीन माह में सभी परियोजनाओं में सेफ्टी आडिट के आदेश दिये हैं।
मृतकों को पांच लाख और घायलों को एक लाख राहत राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज पुलिस ग्रांउड गोपेश्वर में तीनों मृत होमगार्डस को
श्रद्धांजली पुष्पचक्र अर्पित किए।
मृतक परिवारों को ढाढस बंधाने के लिए मुख्यमंत्री धामी के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट,
कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत आदि नेता मौजूद रहे।
पांच अंत्येष्टी कल और ग्यारह मृतकों को परिजनों ने अलकनंदा तट पर अंतिम विदाई दी।
चमोली विधायक राजेंद्र भंडारी,गणेश गोदियाल, मनीष खंडूडी और हरीश रावत भी
डीएम चमोली और पीड़ितों से मिले।
कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है यूपीसी एल और जल संस्थान का
एक- एक अभियंता निलंबित किया गया है।
जोशीमठ आपदा के बाद चमोली में नमामि गंगे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के हादसे से पूरा प्रदेश सदमे में है।
पदचिह्न टाइम्स।