चश्मे बददूर श्रीनगर – कश्मीर !
कश्मीर को नरक बनाते डरपोक आतंकवादी।
चश्मे बददूर श्रीनगर – कश्मीर !
कश्मीर को नरक बनाते डरपोक आतंकवादी।
आप किसी भी नजरिये से इस की सुंदरता को नज़र अंदाज नहीं कर सकते हैं।
अक्सर कहते हैं ना – धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं हैं, यहीं है !
https://youtu.be/CPS_ccNKr64
निसंदेह कश्मीर को ईश्वर ने बला की सुंदरता बख्शी है। चिनार के पेड़ हो, मखमली मैदान या चेनाब का बहाव सब अतुल्य भारत की विरासत है।
कश्मीर के अद्वितीय गार्डन निशात, शालीमार, मुगल, बादामी, इंदिरा गांधी टूलिप गार्डन भारत की धरोहर हैं।
कभी श्रीनगर शहर डल झील के बीच सिमटा था और आज इस का फैलाव झील के बाहर हर ओर है। डल झील में बाजार है, सब्जी के बगीचे हैं और हजारों परिवार बसे हुए हैं।
पानी के अंदर रहने वाले कश्मीरी आखिर कठोर आतंकवादी कैसे हो जाते हैं? बातचीत में तो सब भले लगते हैं – फिर यह टारगेट किलिंग से स्वर्ग को नरक बनाने वाले डरपोक हत्यारे वारदात के बाद क्यूँ दुबक जाते हैं।
श्रीनगर के आलीशान बाग में खिलने वाले हजारों फूल की तरह हमारा देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक विभिन्न बोली, संस्कृति और खानपान की एकता अपनी विविधता में समेटे हुए है।
ईश्वर, इस नैसर्गिक सौन्दर्य को बुरी नज़रों से बचाये !
— भूपत सिंह बिष्ट