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उत्तराखंड लोकसभा सीटों पर जीत के लिए मोदी लहर का सहारा !

टिहरी लोकसभा में श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह ने पिछली बार हासिल किए 64 प्रतिशत और कांग्रेस को मिले मात्र 30 प्रतिशत वोट.

उत्तराखंड लोकसभा सीटों पर जीत के लिए मोदी लहर का सहारा !
टिहरी लोकसभा में श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह ने पिछली बार हासिल किए 64 प्रतिशत और कांग्रेस को मिले मात्र 30 प्रतिशत वोट। 

उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर अब मतदान के लिए 9 दिन शेष बचे

हैं – शुक्रवार 19 अप्रैल को वोट पड़ने हैं।
उत्तराखंड में निर्वाचन आयोग की टीम ने इस बार पोलिटिकल पार्टी के

कार्यकर्ताओं को मात दी है।
तथाकथित पन्ना प्रमुख अभी तक डोर टू डोर संपर्क नहीं साध पाये हैं लेकिन

निर्वाचन कार्यालय के कर्मी पंद्रह दिन पहले ही वोटिंग पर्ची घर – घर पहुंचा चुके हैं।

 


लगता है – जन संपर्क के लिए बड़ी पार्टियां अब सोशल मीडिया और

स्टार प्रचारकों की रैलियों के भरोसे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की रैली और गारंटी उत्तराखंड चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों

की नैया पार लगायेगी।
उत्तराखंड ने निरंतर दो बार 5-0 से बीजेपी को जीत दिलायी है। सत्ता विरोधी लहर का

असर न हुआ तो 2014 और 2019 के आंकड़े बीजेपी की जीत को

इक तरफा बताते हैं।

 

टिहरी लोकसभा सीट पर राजघराने की श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह ने

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह को इकतरफा शिकस्त दी थी।

टिहरी लोकसभा की 14 में से 13 विधानसभाओं में बीजेपी प्रत्याशी को 17 से लेकर 47 प्रतिशत

वोट अधिक मिले हैं ।

केवल चकराता विधानसभा में प्रीतम सिंह 9 प्रतिशत वोट से जीते हैं।

लोकसभा में पड़े 8 लाख 63 हजार 806 मतों में बीजेपी प्रत्याशी श्रीमती शाह ने

5 लाख 56 हजार 120 यानि 64 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं।

कांग्रेस दिग्गज प्रत्याशी मात्र 30 प्रतिशत वोट हासिल कर पाये।

सर्विस – डाक वोट 15 हजार 377 में बीजेपी ने 60 प्रतिशत और कांग्रेस को 17 प्रतिशत

मात्र 2576 वोट हासिल हुए थे यानि कर्मचारियों ने भी इकतरफा बीजेपी को वोट किया।

टिहरी लोकसभा में वोटिंग 59 प्रतिशत यानि 14 लाख 93 हजार 543 मतदाताओं में से

8 लाख 79 हजार 183 लोगों ने मतदान  किया।

2022 के विधानसभा के परिणाम भले ही बीजेपी के पक्ष में रहें – टिहरी लोकसभा की 11 विधानसभा

बीजेपी ने जीती लेकिन कई विधानसभाओं में वोट का अंतर अब  काफी घट चुका है।

टिहरी लोकसभा में जीत – हार का बड़ा अंतर उत्तरकाशी की यमुनोत्री विधानसभा,

टिहरी की घनसाली, प्रताप नगर, टिहरी, धनोल्टी, देहरादून की सभी नगरीय विधानसभा

विकासनगर, सहसपुर, रायपुर, राजपुर, देहरादून कैंट और मसूरी तय करेगी।

बीजेपी की जीत का अंतर सत्ता विरोधी लहर के चलते कम होना  तो स्वाभाविक है।

उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष और युवा निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार ने

टिहरी लोकसभा का मुकाबला प्रचार में अब  धीरे – धीरे त्रिकोणीय बना दिया है ।

बेरोजगार युवाओं और महिलाओं का वोट बाबी पंवार की तरफ पलटा तो

चुनाव राष्ट्रीय दलों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।

अन्यथा निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार का उत्तरकाशी, टिहरी और देहरादून में सुदूर तक

फैले वोटरों से संपर्क साधना संसाधनों के बिना नामुमकिन दिख रहा है।

 

फिलहाल कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला मसूरी, धनोल्टी, टिहरी, यमुनोत्री, पुरोला और

देहरादून जनपद के कांग्रेसी वोट बैंक के भरोसे दिखते हैं। कांग्रेस के बड़े चेहरे बीजेपी को

वाकओवर देकर पहले ही मैदान से बाहर हैं।
– भूपत सिंह बिष्ट

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