इंफोसिस आईटी कंपनी के शानदार चालीस साल का सफर !
संस्थापक नारायण गुरुमूर्ति और नंदन निलेकनी ने भारत को इंफोर्मेशन टेक्नालोजी में विश्वस्तर पर खड़ा किया।
इंफोसिस आईटी कंपनी के शानदार चालीस साल का सफर पूरा !
संस्थापक नारायण गुरुमूर्ति और नंदन निलेकनी ने भारत को इंफोर्मेशन टेक्नालोजी में विश्वस्तर पर खड़ा किया।
14 दिसंबर 1982 को शुरू हुई इंफोसिस आईटी कंपनी ने अपने शानदार चालीस साल पूरे कर लिए हैं।
एन आर नारायणमूर्ति, नंदन एम निलेकनी, एस गोपालकृष्णन, एसडी सिबुलाल और
के दिनेश ने कंपनी के प्रवर्तक बनकर ने भारत के लिए एक इतिहास रचा है।
पिछले चालीस सालों में इंफोसिस आईटी कंपनी विश्व की अग्रिम आईटी कंपनी में
गिनी जाती है। जिस के ग्राहक समस्त यूरोप में देखे जा सकते हैं।
इंफोसिस आईटी कंपनी के संस्थापकों ने अपने संस्मरण बैंगलौर शहर में ताजा किए।
इंफोसिस आईटी कंपनी का बनाया बैंकिंग साफ्टवेयर फिनेकल भारत और विदेशी बैंकों
के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है।
आन लाइन बैंकिंग, जिसे सेंट्रलाइज बैंकिंग सोलूशन सीबीएस के नाम से भी जाना
जाता है – इंफोसिस आईटी कंपनी की देन है।
फिनेकल, जिसे फाइनैंसियल सोलूशन आफ औरिकल भी कहा जाता है – भारत के
सभी प्रमुख प्राइवेट बैंक एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस और तमाम राष्टीयकृत बैंकों में विगत तीन दशकों से फिनेकल प्रयोग में लाया जा रहा है।
इंफोसिस आईटी कंपनी के वर्तमान अध्यक्ष एम निलेकनी ने कहा है कि कंपनी को
सुयोग्य हाथों में सौंपना मेरी बड़ी चिंताओं में है।
कंपनी में लीडरशिप आधार संरचना बनाना और मूल्यों को समर्पित लोगों को कंपनी
में आगे लाना बड़ी चुनौती है।
इंफोसिस आईटी कंपनी के प्रवर्तकों ने देश को पैन कार्ड और आधार कार्ड बनाने में
भी बड़ा योगदान दिया है।
– भूपत सिंह बिष्ट