जम्मू कश्मीर: अब चुनाव के बाद केंद्र शासित प्रदेश को मिलेगा राज्य का दर्जा !
यूटी में विधानसभा निर्धारण के बाद अब मतदाता सूची सुधार का काम जारी है।
जम्मू कश्मीर के एल जी ( लेफ्टीनेंट गवर्नर) मनोज सिन्हा ने कहा है – मतदाता सूची में सुधार के बाद सही समय में केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव आयोजित कराये जायेंगे।
एल जी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में विधानसभाओं का पुनर्निधारण होने के बाद अब वोटर लिस्ट को अपडेट किया जा रहा है।
लोकतंत्र भारत की आत्मा में है और केंद्र सरकार संसद में अनेक बार भय मुक्त स्वतंत्र चुनाव कराने का आश्वासन दे चुकी है।
उल्लेखनीय है कि हाल में कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता व पूर्व सदर – ए – रियासत रह चुके डाक्टर कर्ण सिंह ने असेंबली चुनाव की मांग उठायी है और जम्मू कश्मीर को राज्य दर्जा लौटाने को कहा है।
5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाकर राज्य को केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया है तथा लद्दाख को भी केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा देकर राज्य से अलग किया गया है।
लद्दाख हट जाने के बाद विधानसभाओं का निर्धारण दुबारा किया गया और अब चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में सुधार का काम जारी है।
91 वर्षीय डा कर्ण सिंह के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में एल जी मनोज सिन्हा ने कहा – सरकार ने संसद को आश्वस्त किया है कि अनुकूल समय में जम्मू कश्मीर को चुनाव के बाद राज्य का दर्जा वापस होगा।
डा कर्ण सिंह ने मांग रखी है कि जम्मू कश्मीर में पोलिटिकल प्रोसेस अब शुरू हो जाना चाहिए। अन्यथा पोलिटिकल प्रोसेस फ्रीज होने से यहां का समाज भी फ्रीज होगा।
नई शुरूअात के लिए जम्मू कश्मीर में तुरंत चुनाव कराना आवश्यक है।
एलजी मनोज सिन्हा ने डाक्टर कर्ण सिंह और उन के परिवार के योगदान को सराहा और सिविल सोसायटी और युवाओं से शांति बहाली के लिए प्रयास करने की अपील की है।
पदचिह्न टाइम्स।