जगदीप धनकड़ बने नए उपराष्ट्रपति, बीजेपी ने विपक्षी एकता को ध्वस्त किया !
780 सांसदों में 725 सांसदों ने वोट किया – धनकड़ को 528, अल्वा को 182 और 15 वोट निरस्त हुए।
नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ 11 अगस्त को पदभार ग्रहण कर रहे हैं।
उपराष्ट्रपति पद पर जगदीप धनकड़ की शानदार विजय बीजेपी और एनडीए के चुनाव प्रबंधन का कमाल है।
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा व राज्यसभा सदस्य ही वोट करते हैं। 14 वें उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 243 सांसद यानि कुल 780 वोटर रहे हैं।
बीजेपी के लोकसभा में 303 सांसद और राज्यसभा में 91 सांसद यानि कुल 394 संसद सदस्य हैं – यह संख्या अपने आप में उपराष्ट्रपति पद पर जीत के लिए पर्याप्त है।
एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनकड़ को 528 प्रथम वरीयता वोट मिले हैं। पराजित कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती मारग्रेट अल्वा को 182 वोट मिले हैं।
पचास से अधिक सांसदों ने वोट नहीं डाला और 15 सांसदों के वोट निरस्त हुए हैं।
ममता बनर्जी की टीएमसी के 39 सांसद हैं – 2 विद्रोही छोड़कर शेष 37 सांसद मतदान से दूर रहे और बीजेपी के लिए राह आसान हुई।
कांग्रेस के लोकसभा में 53 और राज्यसभा में 31 सांसद हैं। इस संख्या के अनुपात में कांग्रेस प्रत्याशी को 98 मत अन्य विपक्षी सांसदों के वोट मिले हैं।
आशा की जा रही थी – बीजेपी समर्थित जगदीप धनकड़ 515 और श्रीमती मारग्रेट अल्वा 200 के करीब वोट हासिल करने में सफल रहेंगी।
बीजेपी के सन्नी दयोल व संजय धोतरे, समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव और शफीकुर रहमान बर्क स्वास्थ्य कारणों से मतदान नहीं कर सके।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा प्रांत की और उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ राजस्थान निवासी हैं।
कहा जा सकता है – आज उड़ीसा और राजस्थान राज्यों में बीजेपी विरोधी दल है लेकिन अगले चुनाव में बीजेपी यहां सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगायेगी।
– भूपत सिंह बिष्ट