राष्ट्र हित की पत्रकारिता का ध्येय बनाए – सूचना आयुक्त सुभाष चन्द्र सिंह !
सर्वेश कुमार सिंह बने अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश एसोसिएशन आफ ज़र्नलिस्ट्स का प्रदेशीय सम्मेलन संपन्न।
उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयुक्त सुभाष चन्द्र सिंह ने प्रदेश सम्मेलन में कहा – पत्रकारों को राष्ट्र सापेक्ष पत्रकारिता को ध्येय बनाना चाहिए।
राष्ट्र सापेक्ष या राष्ट्र निरपेक्ष पत्रकारिता के द्वंद में न फंसते हुए राष्ट्रहित को ही सर्वोपरि रखकर पत्रकारिता श्रेयकर है। मार्केट पत्रकारिता को प्रभावित करती है।
मार्केट आधारित पत्रकारिता से बचकर राष्ट्रीय दृष्टि को हमेशा ध्यान में रखना मुख्य दायित्व रहे।
मुख्य अतिथि सूचना आयुक्त सुभाष सिंह उत्तर प्रदेश एसोसिएशन आफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सिंह ने कहा – समाचार लिखते हुए कहीं कोई राष्ट्रीय अहित तो न हो।
नवोदित पत्रकार अधिक पढ़ने की प्रवृत्ति बनायें। जो पढ़ा जाता है वह लेखनी और वाणी दोनों में प्रकट होता है।
सूचना आयुक्त सिंह ने कहा – आज मीडिया में विश्वसनीयता का महासंकट है।
संतोष की बात यह है कि प्रिंट मीडिया को आज भी समाचार प्रकाशित करने के लिए चौबीस घंटे का समय है। इस कारण संपादक और टीम समाचार को मांझने का काम कर लेती है,तथ्यों की पऱख कर ली जाती है।
इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया में समय की अभाव होता है त्वरित प्रकाशन जाने के कारण चेक और बैलेंस के लिए समय ही नहीं मिलता है।
आज सौ करोड़ लोगों के मोबाइल और स्मार्टफोन हैं सो मीडिया का एक बडा हिस्सा सोशल मीडिया बन चुका है। सोशल मीडिया ने समाचार पत्रों तथा इलेक्टानिक मीडिया के एकाधिकार को भी तोड़ा है।
सुभाष सिंह ने उम्मीद जाहिर की – उत्तर प्रदेश में राष्ट्रवादी सोच को उत्तर प्रदेश एसोसिएशन आफ जर्नलिस्ट्स के माध्यम से सशक्त नेतृत्व मिला है। संगठनों में आपसी प्रतिस्पर्धा होना तो ठीक है लेकिन दुश्मनी न हो।
इस अवसर पर चंडीगढ से पधारे नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स ( इंडिया ) एऩयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मलिक ने कहा कि समाज को जोड़ने की पत्रकारिता करनी है। हम समाज के प्रति ही प्रतिबद्ध हैं, यह भावना हमेशा समाज को जोड़ने वाली पत्रकारिता को बढ़ाती है।
भोपाल से पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव सुरेश शर्मा ने कहा कि देश में न्यापालिका, विधायिका, कार्यपालिका और पत्रकारिता चार स्तंभ हैं।
भले ही चौथे स्तंभ को वैधानिक मान्यता नहीं है, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को भी अपनी बात कहनी होती है, वे पत्रकारों को बुलाकर प्रेस वार्ता करते हैं।
न्यायपालिका का विवेक विशाल होना चाहिए, कार्यपालिका के हाथ बड़े होने चाहिए, विधायिका का हृदय विशाल होना चाहिए और पत्रकारिता की दृष्टि भी विशाल होनी चाहिए।
सम्मेलन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष त्रियुग नारायण तिवारी, राष्ट्रीय सचिव आभा निगम, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राजीव शुक्ला, हरेन्द्र चौधरी, फल कुमार, कार्यक्रम संयोजक बिलाल किदवई और जिलों से आये जिला अध्यक्षों, महामंत्रियों ने भी विचार व्यक्त किये।
महामंत्री राधेश्याम लाल कर्ण ने संगठन के पंजीकरण और आगामी कार्ययोजना की जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश एसोसिएशन आफ जर्नलिस्ट्स ( पंजीकृत) के लिए कार्यकारिणी में सर्वेश कुमार सिंह ( लखनऊ ) को अध्यक्ष, राधेश्याम लाल कर्ण ( रायबरेली ) को महामंत्री तथा बालमुकुंद ( प्रयागराज ) को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके साथ ही कार्यकारिणी में पांच उपाध्यक्ष, पांच मंत्री तथा कार्यकारिणी सदस्य हैं।
सम्मेलन के अंत में अध्यक्ष सर्वेश कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत तथा आभार व्यक्त किया।
पदचिह्न टाइम्स।