सैनिक धाम : द्रास में है आपरेशन विजय कारगिल वार मेमोरियल !
आपरेशन बदर को नेस्तानाबूत कर दिया - हमारे आपरेशन विजय ने ।
सैनिक धाम : द्रास में है आपरेशन विजय कारगिल वार मेमोरियल !
आपरेशन बदर को नेस्तानाबूत कर दिया – हमारे आपरेशन विजय ने ।
ऑपरेशन विजय के 22 साल पूरे होने पर सेना ने अपने वीर शहीदों को खास तौर से सम्मानपूर्वक याद किया है – लेह , कारगिल व द्रास की यात्रा के दौरान कारगिल युद्ध की तमाम जानकारी और अपने वीर सेनानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर भी मिल जाता है।
द्रास में ऑपरेशन विजय के वीर शहीदों की याद में भव्य स्मृति स्थल बना है – 1999 का कारगिल युद्ध किन हालातो में , कैसे लड़ा गया ?
बनस्पतिविहीन चोटियों पर दुश्मन आपरेशन ” बदर ” को अंजाम देने के लिए दो साल की तैयारी से बर्फ़बारी के बीच मोर्चा लगाकर बेठा था ।
1999 के मई माह में इस घुसपेठ की रिपोर्ट किसी गडरियों से मिली थी।
मई से जुलाई माह तक चले “आपरेशन विजय” में एक – एक दुश्मन को मार कर भगाया गया – पाकिस्तान अपनी 1971 की हार का बदला उसी बीसवीं सदी में लेकर “पीओके” से लगे हमारे प्रान्त को हड़पना चाहता था ।
उसे एक बार फिर हमारी सेना द्वारा मुहंतोड़ सबक सिखाया गया ।
कारगिल लड़ाई द्रास की चोटियों पर लड़ी गयी है – शहीद स्थल के पीछे नज़र आती टायगर हिल और तमाम चोटियाँ हमेशा दिल में जोश भरती हैं और मातृभूमि की रक्षा में हुए शहीदों के लिए आँखे नम भी कर देती हैं ।
यहाँ लड़ाई का विवरण और शहीद सेनिकों की मूर्तियाँ सैनिक सम्मान के साथ वार मेमोरियल में सजायी गई हैं और एक छोटे से हाल में कारगिल विजय आपरेशन की फिल्म उन पलों को सजीव करने के लिए पर्यटकों को दिखायी जाती है।
– भूपत सिंह बिष्ट