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केदारनाथ – यमुनोत्री व गंगोत्री तीन धाम के कपाट बंद अब केदार दर्शन 2022 में !

बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को बंद होने हैं।

केदारनाथ – यमुनोत्री व गंगोत्री तीन धाम के कपाट बंद अब केदार दर्शन 2022 में !
बदरीनाथ धाम दर्शन 20 नवंबर को बंद होने है।

आज बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु परंपरानुसार बंद कर दिए गए हैं और पंचमुखी प्रतिमा को डोली में सजाकर ऊखीमठ के लिए विदा किया गया। इस विग्रह यात्रा में गढ़वाल स्काउट सेना के बैंड अगुवायी करता है।

शीतकालीन पूजा के लिए गंगोत्री से माँ गंगा की मूर्ति डोली को मुखबा और यमुनोत्री से माँ यमुना की मूर्ति डोली में सजाकर खिरसाली के मंदिर में ले जायी जाती हैं।

कल प्रधानमंत्री मोदी जी की केदारनाथ यात्रा की आगवानी के लिए बड़ी संख्या में भाजपा नेता, गणमान्य लोग, श्रद्धालु और सुरक्षा बल केदारपुरी में मौजूद रहे।

केदारनाथ धाम के चारों तरफ रेड कार्पेट बिछाकर प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए शासन – प्रशासन भारी मुस्तैद रहा। विगत सप्ताह से मंत्री और अधिकारी बड़ी संख्या में कार्यक्रम की हर छोटी- बड़ी व्यवस्था के लिए केदारनाथ पहुंचते रहे हैं।

आखिर में प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री धामी, गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत, मंत्री हरक सिंह रावत, मंत्री धन सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को मंच पर बैठने का अवसर मिला।

विपक्ष कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की केदारनाथ सभा को राजनीति निहितार्थ बताया। कल प्रधानमंत्री मोदी का रेड कार्पेट वैलकम और सभा का आयोजन केदारपुरी में हुआ था।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल,( जो बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं ) ने आपत्ति उठायी है कि देवस्थानम बोर्ड ने प्रधानमंत्री की पूजा का गर्भगृह से लाइव प्रसारण कर अपने विधि विधान और केदारधाम की गरिमा को कम किया है।

केदारनाथ धाम बंद होने के अंतिम दिन प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र व्यापी वर्चुएल प्रसारण कांग्रेसी नेताओं को चुनावी आयोजन लगा और ऐसा कार्यक्रम मई 2019 में भी आयोजित हुआ है।

इस से पहले कल गंगोत्री धाम के कपाट गोवर्धन पूजा के दिन, आज यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर परंपरानुसार बंद कर दिये गए हैं।

बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को बंद होने पर 2021 की चारधाम यात्रा का समापन हो जायेगा। इस वर्ष कोविड महामारी और न्यायालय की बंदिश के चलते फिलहाल सवा लाख के आसपास श्रद्धालु दर्शनलाभ पा सके हैं।
पदचिह्न टाइम्स।

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