कर्नल ने साइकिल से रच दिए विश्व रिकार्ड: स्वर्ण विजय वर्ष पर माँ भारती का अभिनंदन !
कर्नल भरत पन्नू ने स्वर्ण चतुर्भुज राजमार्ग, कश्मीर से कन्याकुमारी तक तेज साइक्लिंग के रिकार्ड बनाये।
कर्नल ने साइकिल से रच दिए विश्व रिकार्ड: स्वर्ण विजय वर्ष पर माँ भारती का अभिनंदन !
कर्नल भरत पन्नू ने स्वर्ण चतुर्भुज राजमार्ग, कश्मीर से कन्याकुमारी तक तेज साइक्लिंग के रिकार्ड बनाये।
भारतीय सेना के लेफ्टीनेंट कर्नल भरत पन्नू ने साइकिल अभियान से नए कीर्त्तिमान सेना और गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करा लिए हैं।
38 वर्षीय कर्नल सेना में इंजीनियर कोर में हैं और अपने जाबाँज हुनर का प्रदर्शन करते हुए भरत ने पहले अमेरिका की प्रतिष्ठित साइकिल रैली में भाग लिया लेकिन घातक चोट के कारण रैली से बाहर हो गए।
एक बार ऐसा लगा कि सेना के अफसर का साइकिल सफर अब समाप्त हो गया है। फिर भरत पन्नू ने लेह से मंडी तक 472 किमी का सफर 35 घंटे 32 मिनट में तय करके खुद को ही चुनौती देना शुरू कर दिया।
भरत पन्नू ने कश्मीर से कन्याकुमारी का 3604 किमी सफर 8 दिन 9 घंटे 45 मिनट में पूरा कर के इतिहास रचा है।
1971युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की विजय की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में सेना के अफसर ने कोटेश्वर गुजरात से किबीथू अरूणाचल तक 3800 किमी का सफर 9 दिन में पूरा कर दिखाया है।
16 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक इंडिया गेट से शुरू हुई भारत के स्वर्णचतुर्भुज राजमार्ग पर 5942 किमी का सफर साइकिल में पूरा करके भरत पन्नू ने विश्व रिकार्ड अपने नाम लिख दिया है।
रोहतक, हरियाणा में जन्में भरत पन्नू ने बचपन की साइक्लिंग को गिनीज़ बुक आफ रिकार्ड तक दर्ज कराया है। उन के अभियान में साइकिल मैकेनिक, फीजयोथैरेपिस्ट, भोजन विशेषज्ञ, मार्ग प्रदर्शक और अन्य लोग भी शामिल रहते हैं।
इन अभियानों में मुश्किल से दो घंटे का विश्राम मिलता है और निरंतर साइकिल चलानी होती है। अपनी उपलब्धियों को भरत पन्नू भारतीय सेना को सादर समर्पित करते हैं।
भूपत सिंह बिष्ट