हिमाचल दर्शन: शिव भक्तों की दिव्य मणि महेश कैलाश यात्रा !
अनुपम हिमाचल -डलहौजी, खजियार, चम्बा, भरमौर।

हिमाचल दर्शन: शिव भक्तों की मणि महेश कैलाश यात्रा !
अनुपम हिमाचल प्रदेश -डलहौजी, खजियार, चम्बा, भरमौर।
आजकल हिमाचल में एक भव्य और पवित्र शिवधाम मणि महेश यात्रा चल रही है। जन्माष्टमी से राधा अष्टमी के बीच आयोजित होने वाली इस यात्रा का बड़ा धार्मिक महत्व है।
दिल्ली से पठानकोट तक रेल और सड़क दोनों मार्ग हैं। पठानकोट से चम्बा के बीच डलहौजी, खजियार जैसे सुंदर टूरिस्ट सर्किट हैं और यह इलाका अंग्रेजों के जमाने से टूरिस्ट डेस्टिनेशन रहा है।
चम्बा की सुन्दरता में भरमौर और मणि महेश चार चाँद लगाते नाम हैं । भरमौर चम्बा से साठ कि मी दूर रावी नदी के उद्गम की और स्थित है । सर्दियो में बर्फ से ढका भरमौर क़स्बा चम्बा से कट जाता है । देशी – विदेशी पर्यटकों के लिए यह स्वर्ग है।
84 मंदिर समूह के लिए चर्चित भरमौर, गद्दी जनजाति की विशिष्ट संस्कृति के लिए भी जाना जाता है – विशेष पोशाक पहने गद्दी लोग भेड़ बकरी पालते हैं और अपनी भेड़ बकरियों के चरान में दूर प्रदेशों में निकल जाते हैं । फलों में सेब , बादाम , नाशपाती के अलावा मक्का कृषि उपज का भी बहुतायत में उत्पादन होता है।
शिव भक्तों के लिए मणि महेश जाना – पहचाना शिवधाम है। मणिमहेश यात्रा के वार्षिक आयोजन में जन्माष्टमी से लेकर राधा अष्टमी के बीच भरमौर से 20 की मी दूर स्थित बर्फीली डल झील में शिव भक्त पूजा व स्नान के लिए हाजिरी लगाते हैं।
इस आयोजन में बालक, बालिका, स्त्री- पुरुष जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा व अन्य प्रदेशों से अमरनाथ यात्रा की तर्ज में पहुंचते हैं।
– भूपत सिंह बिष्ट