चीन में ” मी टू ” की चपेट में आया 75 वर्षीय सीनियर कम्युनिस्ट नेता !
वर्ल्ड रैंक टैनिस खिलाड़ी पैंग शूई ने लिखी व्यथा - कथा ।
चीन में ” मी टू ” की चपेट में आया बुजुर्ग कम्युनिस्ट नेता !
वर्ल्ड रैंक टैनिस खिलाड़ी ने लिखी व्यथा – कथा ।
महिलाओं द्वारा अपने खिलाफ हुए यौन शोषण को सोशल मीडिया में ” मी टू ” शीर्षक से लिखा जाता है और सारे संसार की अग्रणी महिलायें अपने साथ हुए शारीरिक शोषण करने वाले अत्याचारी चेहरे को अक्सर बेनकाब करती हैं।
मी टू अभियान ने किशोर – युवा वर्ग को यौन शोषण और शारीरिक हिंसा के प्रति सचेत और मुखर बनाया है। भारत में भी ” मी टू ” ने फिल्मी हीरोइनों से लेकर, महिला पत्रकारों व छात्राओं ने अपने परिवेश में हुए शारीरिक अत्याचार से नामचीन कलाकारों, संपादकों, प्रोफेसरों व पुलिस व नेताओं के काले कारनामे उजागर किए हैं।
एक महिला पत्रकार का उत्पीड़न करने पर मोदी सरकार के विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर को इसी अभियान के चलते मंत्री पद गंवाना पड़ा है।
अब यह आग चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में सुलग उठी है। दो ग्रैंड स्लैम और डबल्स की नंबर एक वर्ल्ड रैंक टैनिस खिलाड़ी पैंग सुई ने आरोप लगाया है कि दस साल पहले सीनियर कम्युनिस्ट नेता ने अपनी पत्नी के सम्मुख उसका शारीरिक उत्पीड़न किया।
तब 25 वर्षीय पैंग शूई को 65 वर्षीय कामरेड झियांग (जो पोलित ब्यूरो में सातवें रैंक तक पहुंचे ) ने घर बुलाकर यौन शोषण किया।
इस घटना से युवा होनहार टैनिस खिलाड़ी अर्से तक मानसिक पीड़ा से स्तब्ध रही।
2018 तक टैनिस खिलाड़ी इस शोषण का शिकार होती रही हैं – अपने सोशल मीडिया एकांउट में यह व्यथा -कथा जारी हुई, जिसे सरकार ने हटा लिया है लेकिन इस स्टोरी के स्क्रीन शाट वायरल हुए हैं।
चीनी महिला एक्टिविस्ट लू पिन की खबर प्रकाशित हुई है कि 2018 से चल रहे मी टू अभियान में सबसे ज्यादा विश्व विद्यालयों में छात्राओं के शोषण के आरोप प्रोफेसरों पर लगे हैं। इस के अलावा आईटी कंपनियां और टेलीविजन ब्राडकास्टर पर भी आरोप लग चुके हैं।
पदचिह्न टाइम्स।