नन्ही दुनिया में बिखरे होली के रंग विदेशी युवती का मोहक नृत्य !
लेखराज उल्फत द्वारा स्थापित नन्ही दुनिया में मूक बधिर बच्चों ने मनाया होली उत्सव ।
नन्ही दुनिया में बिखरे होली के रंग विदेशी युवती का मोहक नृत्य !
लेखराज उल्फत द्वारा स्थापित नन्ही दुनिया में मूक बधिर बच्चों ने मनाया होली उत्सव ।
1946 में प्रोफेसर लेखराज उल्फत ने मूक बधिर बच्चों के लिए
देहरादून में नन्ही दुनिया की स्थापना की।
आज मूक बधिर बच्चों ने अपने शिक्षा संस्थान नन्ही दुनिया में होली उत्सव
मनाया।
नन्ही दुनिया शिक्षा संस्थान को मूक बधिर बच्चों और उनके हितैषियों का
अंतरराष्ट्रीय आंदोलन की संज्ञा प्राप्त है।
आज का होली उत्सव मदर हाऊस में उत्साह पूर्वक मनाया गया।
होली उत्सव के मुख्य आकर्षण विदेशी मेहमानों की सहभागिता रही – एलीना,
मोना और नित्या ने होली के उमंग भरे गीतों में अपने मनोहारी नृत्य से
सब को मंत्र मुग्ध कर लिया।
होली उत्सव में सात्विका गोयल ने बच्चों के साथ काग़ज़ की तितलियां ,
मटकिया और पतंगों से प्रांगण को सुसज्जित किया।
बच्चों की सुंदर रंगोली सभी का ध्यान आकृष्ट कर रही थी।
मुख्य अतिथि सचिव, राज्य बाल कल्याण परिषद श्रीमती पुष्पा मानस और
विशिष्ट अतिथि श्रीमती आशा पैन्यूलीऔर डॉ कल्पना त्रिपाठी ने
दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
श्रीमती किरण उल्फत गोयल ने होली के सन्दर्भ में राधा कृष्ण की
विभिन्न लीलाओं का निर्देशन किया ।
बच्चों द्वारा टेलीफोन का विषय बनाकर एक हास्य प्रस्तुति भी दी गई।
विदेशी मेहमान एलीना ने अपने कथक नृत्य से होली की भावपूर्ण प्रस्तुति
से सभी का मन मोह लिया।
नन्ही दुनिया विकासनगर के बच्चों ने राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत किया।
बच्चों ने इस अवसर पर विदेशी मेहमानों के साथ फ़ूलों की होली खेली और
कार्यक्रम को कालजयी बना दिया।
— रजनीश त्रिवेदी ।