केंद्र शासित जम्मू -कश्मीर में अब उमर अब्दुल्ला नए मुख़्यमंत्री !
नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस – इंडिया गठबंधन ने बीजेपी को चुनावी समर में हराया।
केंद्र शासित राज्य जम्मू -कश्मीर में तीन चरणों में आयोजित चुनाव परिणाम बीजेपी के खिलाफ
रहें हैं।
90 सदस्यों वाली विधानसभा में जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के इंडिया गठबंधन ने
48 सीट जीत ली हैं। बीजेपी की धुर विरोधी पी डी पी – जम्मू कश्मीर पीपुल डेमोक्रेटिक पार्टी को
3 सीट कुपवाड़ा , तराल और पुलवामा में जीत मिली है।
मार्क्स वादी कम्युनिस्ट पार्टी को एक , आम आदमी पार्टी को एक , निर्दलीय 7 सीट जीतने में
सफल हुए हैं।
बीजेपी कश्मीर घाटी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी लेकिन जम्मू संभाग में बीजेपी ने 29 सीट
जीत कर मजबूत विपक्ष की भूमिका पायी है।
जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस ने अपना नया मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला घोषित किया है। पूर्व मुख्यमंत्री
उमर दो विधानसभा सीटों में जीते हैं और पार्टी अध्य्क्ष और सांसद शेख अबदुल्ला के बेटे हैं।
केंद्र शासित राज्य जम्मू -कश्मीर का चुनावी विश्लेषण करें तो यहाँ धारा 370 हटाने और राज्य को
केंद्रशासित बनाने के 5 साल बाद जनता ने अपने मत अधिकार का प्रयोग किया।
जम्मू संभाग की 43 सीटों में बीजेपी ने 29 सीट जीतकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन को 8 , आमआदमी पार्टी -1 और
5 निर्दलीय चुनाव में सफल हुए।
कश्मीर संभाग की 47 सीटों पर बीजेपी का खाता नहीं खुला। यहाँ इंडिया गठबंधन को 41 ,
पी डी पी को 3, सीपीएम को 1 और 5 सीट पर निर्दलीय जीत कर आएं हैं।
90 सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस को 23. 47 फीसदी 13 लाख 35 हजार 147, कांग्रेस को 11.97 फीसदी
6 लाख 82 हजार 666, बीजेपी को 25.64 फीसदी 14 लाख 62 205 वोट हासिल हुए हैं।
कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ी और उसका प्रदर्शन दयनीय रहा है। कांग्रेस महज 6 सीट
(5 कश्मीर घाटी में और एक जम्मू घाटी ) जीत पायी है।
जम्मू -कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस,पी डी पी, कांग्रेस के पक्ष में फिर जनमत खड़ा हो रहा है।
अब देखना है – जम्मू -कश्मीर को स्टेटहुड – पूर्ण राज्य का दर्जा कब वापस मिलता है।
फ़िलहाल 2 राज्यों के चुनाव में बीजेपी और इंडिया गठबंधन एक – एक से बराबर सफल हुए हैं।
पदचिह्न टाइम्स