2021 साल : देश में 31,677 रेप केस दर्ज़ यानि रोज औसतन 86 – एनसीआरबी !
बलात्कार मामले सबसे ज्यादा क्रमवार राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, और दिल्ली में दर्ज़ हुए।
2021 साल : देश में 31,677 रेप केस दर्ज़ यानि रोज औसतन 86 – एनसीआरबी !
बलात्कार मामले सबसे ज्यादा क्रमवार राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, और दिल्ली में दर्ज़ हुए।
नेशनल क्राइम रिकार्डर ब्यूरो ने वर्ष 2021 के अपराधिक आंकड़े जारी कर दिए हैं।
गृह मंत्रालय भारत सरकार की संस्था को आंकड़े जारी करने में आठ माह लगे हैं। महिलाओं के प्रति अपराध के आंकड़े भयावह नज़र आते हैं।
देश में हर रोज औसतन 86 बलात्कार और साल 2021 में कुल 31 हजार 677 रेप के मामले दर्ज़ किए गए हैं।
महिलाओं के खिलाफ रेप, रेप – हत्या, दहेज उत्पीड़न, एसिड अटैक, आत्महत्या के लिए भड़काना, अपहरण, जबरन शादी, मानव तस्करी, सोशल मीडिया पर उत्पीड़न जैसे कुल अपराधों की संख्या 4 लाख 28 हजार के पार हो चुकी है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा प्रांतों का क्रम एनसीआरबी के डाटा में है।
रेप के दर्ज कुल 31,677 मामलों में राजस्थान -6337, मध्य प्रदेश – 2947, उत्तर प्रदेश – 2845, महाराष्ट्र- 2496 और दिल्ली – 1250 मामले दर्ज़ हुए हैं।
वर्ष 2020 में बलात्कार के दर्ज़ मामले 28,046 और वर्ष 2019 में दर्ज़ मामले 32,033 दर्ज़ किए गए थे।
महिलाओं के प्रति विभिन्न कुल अपराध साल 2020 में 3 लाख 71 हजार 503 और साल 2019 में 4 लाख 5 हजार 326 दर्ज़ किए गए थे।
स्पष्ट है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान साल 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमे थे।
अब फिर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं और एक अनुमान में पिछले साल हर घंटे 49 महिला अपराध के मामले दर्ज़ हुए हैं।
महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगरों में एनसीआर दिल्ली के बाद मुंबई और बंगलौर शहर हैं।
महिलाओं के प्रति सबसे कम अपराध नागालैंड के बाद मिजोरम और गौवा में दर्ज़ हुए हैं।
जाहिर है कि समाज में महिला अपराधों को रोकने के लिए महिला सशक्तिकरण के साथ – साथ लैंगिक समानता पर काम करने की जरूरत है।
— भूपत सिंह बिष्ट