नितिन गडकरी जी और सतेंद्र भाई की सनातन नगरी नागपुर !
भारत के केंद्र में आरएसएस मुख्यालय, बौद्ध दीक्षा केंद्र और प्राचीन सनातन संस्कृति दर्शन।
नितिन गडकरी जी और सतेंद्र भाई की सनातन नगरी नागपुर !
भारत के केंद्र में आरएसएस मुख्यालय, बौद्ध दीक्षा केंद्र और प्राचीन सनातन संस्कृति दर्शन।
नागपुर भारत का केंद्र है, सभी संस्कृतियाँ यहां पल्लवित- पुष्पित हैं। उत्तर – दक्षिण, पूरब – पश्चिम के
केंद्र बिन्दु ने सब को समाहित कर रखा है।
कांग्रेसियों को आजाद भारत में धूल चटानेवाला संगठन आरएसएस भी यहां से परवान चढ़ा है।
अंबेडकर जी को बोधिसत्व प्रदान करनेवाला केंद्र भी यही है।
ईसाई समाज की गतिविधियाँ अंग्रेज राज के बाद भी बनी हुई हैं।
कोई भी यहां रोजगार के लिए आया तो यहीं का बाशिंदा होकर रह गया- कितनी सुखद बात है
कि यहां का समाज भारतीयता की समरसता को जी रहा है और उत्तर- दक्षिण की बोली के बावजू
द लोग निर्भय घरौंदा बनाए हैं।
कभी कांग्रेस का गढ़ रहा नागपुर आज भाजपा के सबसे स्वीकार्य नेता नितिन गडकरी की कर्मभूमि है।
गडकरी जी अब राष्ट्रीय फलक पर हैं और उन के सर्वांगीण विकास दृष्टि ने नागपुर को
मेट्रो, एयरपोर्ट और आक्सीजन उत्पादन के हरित उद्यान आदि से सुसज्जित किया हैं।
नागपुर का इतिहास और वर्तमान गडकरी जैसे चिंतकों ने कालजयी किया है— संतरे भी, दही बड़े भी और मराठी रंगमंच भी।
आधुनिक पुल तकनीक का स्वागत तो मास्टर ब्लास्टर सचिन तैडुलकर नागपुर में किशोर – युवाओं कोखेलों नागपुर ” में सक्रियता हेतु अब मार्ग दर्शक नायक की भूमिका में हैं।
श्रीनगर गढ़वाल के मित्र और हास्टल साथी सतेंद्र उपाध्याय से मिलकर यह अनुभव
मिला — अपना गँगा किनारे वाला बनारसी मित्र सतेंद्र उपाध्याय भारत के केंद्र शांत नागपुर के आकर्षण से बंधे हुए हैं।
—भूपत सिंह बिष्ट